दिल्ली रोडरेज केस : जेएनयू प्रोफेसर का दिनदहाड़े अपहरण, कई घंटों बाद छोड़ा

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ने उम्मीद जताई कि दिल्ली पुलिस दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ेगी और प्रोफेसर बाविस्कर और उनके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी.

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बदमाशों ने JNU के सहायक प्रोफेसर के साथ गाली-गलौज, मारपीट और जबरन वसूली की.
नई दिल्ली:

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के शिक्षक निकाय ने रविवार को आरोप लगाया कि एक सहायक प्रोफेसर का सड़क पर विवाद के बाद कुछ लोगों ने कई घंटों के लिए अपहरण कर लिया था. जेएनयूटीए के आरोप के मुताबिक इस दौरान सहायक प्रोफेसर को मारपीट, धमकी और वसूली का सामना करना पड़ा. इस मामले में अभी पुलिस का बयान नहीं आया है.

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (JNUTA) ने बयान जारी कर आरोप लगाया कि पिछले 17-18 जून की रात को प्रोफेसर पर हिंसक हमला किया गया. यह घटना कथित रूप से सड़क पर विवाद के कारण हुई. बयान में कहा गया कि प्रोफेसर शरद बाविस्कर, जो अपनी कार से अकेले जा रहे थे, विवाद के बाद उन्होंने जब पुलिस थाने जाने की बात की, तो बदमाशों के समूह ने उनका जबरन अपहरण कर लिया.

QS World University Rankings 2023: डीयू की रैंकिंग 501-510 से फिसलकर 521-530 कैटेगरी, जेएनयू 561-570 से घटकर 601-650 ब्रैकेट पर,  IIT दिल्ली 11 पायदान से ऊपर  

बयान में कहा गया, "दिल्ली स्थित एक मकान में उन्हें ले जाया गया, जहां उन्हें तीन घंटे से अधिक समय तक कैद करके रखा गया. जब सहायक प्रोफेसर ने छोड़ने के लिए अपहरणकर्ताओं को अपने तर्क देने की कोशिश की, तो उन्हें गाली-गलौज, मारपीट, धमकी और जबरन वसूली का शिकार होना पड़ा."

जेएनयूटीए ने उम्मीद जताई कि दिल्ली पुलिस दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ेगी और प्रोफेसर बाविस्कर और उनके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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