दिल्‍ली ब्‍लास्‍ट का कैसे बना प्लान और जुटे हथियार, जुड़े तार से तार, मौलवी और मुज्जमिल ने उगले सारे राज

Delhi Blast: दिल्ली धमाके के लिए कहां से बारूद जुटाया गया और इसके लिए पैसा कहां से आया, इस साजिश का अब खुलासा हो गया है. गिरफ्तार आतंकियों से पूछताछ में ये जानकारी सामने आई है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
Delhi Blast
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • दिल्ली ब्लास्ट के मास्टरमाइंड मौलवी इरफान और डॉ. मुजम्मिल शकील से पूछताछ में आतंकी प्लान की जानकारी मिली
  • मुफ्ती इरफान अहमद अंसार गजावत उल हिंद के हाफिज मुजम्मिल ताांतरी के संपर्क में था जो 2021 में मारा गया था
  • डॉ. मुजम्मिल शकील ने 26 लाख रुपये जुटाए जो नकद में उमर को दिए गए और विस्फोटक सामग्री खरीदी गई
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
नई दिल्ली:

Delhi Blast: दिल्ली ब्लास्ट के आतंकी प्लान की पूरी परतें खुलती जा रही हैं. एनडीटीवी को आतंकी मॉड्यूल के मास्टरमाइंड मौलवी इरफान अहमद और डॉ. मुजम्मिल शकील से हुई पूछताछ के आधार पर ये एक्सक्लूसिव जानकारी सामने आई है. मुफ्ती इरफान अहमद वागे शोपियां जिले का रहने वाला है. 28 साल का ये मुफ्ती अंसार गजावत उल हिंद के आतंकी हाफिज मुजम्मिल ताांतरी के कांटैक्ट में था. तांतरी 2021 में सुरक्षाबलों के ऑपरेशन में मारा गया था. तांतरी गाजी, हाशिम और संगठन के कमांडर के नाम से भी बुलाता था. इरफान के संपर्क में डॉ. मुजम्मिल आया और फिर आदिल भी उससे जुड़ा. ये तीनों ही अंसार गजावत उल हिंद से पूरी तरह कांटैक्ट में था. ये सारे कश्मीर में अपना अलग आतंकी संगठन भी खड़ा करना चाहते थे.

मुजम्मिल शकील पुलवामा का रहने वाला है. मुजम्मिल अल फलाह यूनिवर्सिटी में चीफ मेडिकल अफसर था. सालाना 9-10 लाक रुपये कमाता था. डॉ. मुजम्मिल और मुफ्ती इरफान अहमद लगातार कांटैक्ट में थे.

26 लाख रुपये आदिल और मुजम्मिल ने इकट्ठा किए
डॉ. मुजम्मिल को वीडियो और भाषण दिखाकर बरगलाया गया. जबकि मुजम्मिल ने कई आतंकियों का इलाज भी किया. आदिल, मुजम्मिल शकील ने 26 लाख रुपये मिलकर इकट्ठा किए थे, जो नकद में उमर को दिए गए.

3 लाख में खरीदा गया था तबाही का सामान
इसी से खाद बनाने में इस्तेमाल 26 कुंतल  NPK fertilizer गुरुग्राम, नूंह और हरियाणा से 3 लाख में खरीदा गया था. इसी से विस्फोटक तैयार किए गए. उमर ने बिना किसी को जानकारी दिए ये तबाही का सामान खरीदा था.

26 लाख का हिसाब मांगने पर विवाद
डॉ. मुजम्मिल और डॉक्टर उमर के बीच इसको लेकर विवाद भी पैदा हुआ. मुजम्मिल ने उससे 26 लाख रुपये का हिसाब मांगा था. मुजम्मिल ने उमर से कहा कि या तो वो पैसे का हिसाब दे या सारी विस्फोटक सामग्री और अन्य हथियार उसे सौंप दे. उमर ने इसके बाद विस्फोटकों का जखीरा उसके हवाले कर दिया. तीन महीने पहले उमर ने सिग्नल ऐप पर ग्रुप बनाया था, जिसमें चार सदस्य थे. डॉक्टर शाहीन के पास से मिले हथियार भी उसे उमर ने दिए थे.

तुर्की में बना खतरनाक प्लान
खबरों के मुताबिक, 2-3 साल पहले डॉ. मुजम्मिल, डॉ. आदिल और डॉक्टर उमर तुर्की गए थे और वहां पाकिस्तानी मददगारों से मिले थे. सरकार इसको तुर्की से जानकारी मांग सकती है.

Advertisement

Topics mentioned in this article