फर्जी आधार कार्ड से 13 साल की लड़की को बनाया बालिग, फिर शादी और यौन शोषण... बड़े गैंग का भंडाफोड़

पुलिस ने बताया कि ह्यूमन ट्रैफिकिंग के आरोपियों पर BNS की गंभीर धाराएं, POCSO एक्ट और बाल विवाह निषेध अधिनियम जैसे कड़े कानूनों के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.

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  • दिल्ली पुलिस ने मानव तस्करी के एक गैंग का पर्दाफाश करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
  • पीड़िता को मेरठ रेलवे स्टेशन से अगवा कर जबरन शादी कराई गई और उसके लिए फर्जी आधार कार्ड बनाया गया.
  • आरोपी विकास और आशु ने लड़की को बहलाकर राजीव को बेचने की साजिश रची थी और लड़की का यौन शोषण किया.
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नई दिल्ली:

दिल्ली पुलिस ने मानव तस्करी गैंग का भंडाफोड़ करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से 13 साल की एक लड़की को भी बरामद किया है. इन लोगों ने लड़की को मेरठ के रेलवे स्टेशन से अगवा कर औप उसे बेचकर जबरन उसकी शादी करवा दी.

उत्तरी पश्चिमी दिल्ली के डीसीपी भीष्म सिंह के मुताबिक भरत नगर थाने में एक लड़की के गायब होने के बारे में जानकारी मिली और 22 जुलाई 2025 को इस मामले में केस दर्ज किया गया. बच्ची की मां ने बताया कि उसकी 13 साल की बेटी वजीरपुर के जेजे कॉलोनी से 21 जुलाई को लगभग 5 बजे ट्यूशन के लिए निकली थी, लेकिन घर नहीं लौटी.

पीड़ित से जुड़ी जानकारी को तुरंत ज़िपनेट पर अपलोड किया गया. सीसीटीवी फुटेज की पूरी तरह से जांच की गई. इसमें पीड़ित को इंद्रलोक मेट्रो बस स्टैंड के पास देखा गया. 30 से ज्यादा मोबाइल नंबरों की जांच की गई, संदिग्ध इंस्टाग्राम अकाउंट की जांच की गई, साथ ही दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में कई छापे मारे गए, जिनमें मथुरा, रोहिणी, पलवल, द्वारका, शकुरपुर और कई रेलवे स्टेशन थे. 

आखिरकार 16 अगस्त को तकनीकी निगरानी की मदद से टीम ने आरोपियों को गांव झाल, शामली में लोकेट किया. स्थानीय पुलिस की सहायता से आरोपी राजीव के घर पर छापेमारी की गई और 13 साल की लड़की को सुरक्षित रूप से बचाया गया. पुलिस टीम ने साजिश में शामिल तीन प्रमुख आरोपियों को गिरफ्तार किया. आरोपियों की पहचान राजीव, विकास और आशु के तौर पर हुई.

पीड़िता ने सुनाई आपबीती

लड़की ने पुलिस को बताया कि वह घर से नाराज होकर निकली थी. इंद्रलोक मेट्रो से न्यू दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंची और वहां से ट्रेन पकड़कर मेरठ चली गई. मेरठ स्टेशन पर उसकी मुलाकात आरोपी विकास से हुई, जिसने उसे बहलाकर अपने साथ ले लिया और आरोपी आशु के घर पहुंचा दिया. वहां दोनों ने उसे डराकर अपने जाल में फंसा लिया.

आरोपी विकास और आशु ने मिलकर तय किया कि लड़की को पैसों के लालच में राजीव को बेच देंगे. राजीव शादीशुदा नहीं था और लड़की को अपने साथ रखने के लिए तैयार हो गया. इसके लिए लड़की का फर्जी आधार कार्ड बनाया गया, जिसमें उसकी उम्र 18 साल दिखाई गई. राजीव ने 24 जुलाई को लड़की से जबरन शादी कर ली और 28 जुलाई से उसका यौन शोषण करने लगा.

जांच में पता चला कि विकास ने गाजियाबाद के रहने वाले रमनजोत सिंह से संपर्क किया, जो अपना साइबर कैफे चलाता था. उसने Sejda PDF Editor ऐप से आधार कार्ड में हेराफेरी कर फर्जी दस्तावेज़ तैयार किया और लड़की को बालिग दिखाया. पुलिस ने 17 अगस्त को छापा मारकर रमनजोत को भी गिरफ्तार कर लिया.

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गिरफ्तार आरोपी

  • 1. राजीव (40) – शामली, यूपी – जबरन शादी और शोषण का आरोपी
  • 2. विकास (20 साल) – हापुड़, यूपी – मुख्य साजिशकर्ता
  • 3. आशु (55 साल) – मेरठ, यूपी – लड़की को फंसाने में मददगार
  • 4. रमनजोत सिंह (24) – गाजियाबाद, यूपी – फर्जी आधार कार्ड बनाने वाला

पुलिस ने चार मोबाइल फोन बरामद किए हैं, जिनसे साजिश रची गई थी. साथ ही लड़की का फर्जी आधार कार्ड भी मिला है. पुलिस ने बताया कि आरोपियों पर BNS की गंभीर धाराएं, POCSO एक्ट और बाल विवाह निषेध अधिनियम जैसे कड़े कानूनों के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.

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