दिल्ली-एनसीआर में शनिवार को रातभर हुई बारिश और आंधी ने उमस भरी गर्मी से लोगों को भले ही बड़ी राहत दी, लेकिन अचानक तेजी से बदले मौसम के इस मिजाज ने लोगों की परेशानी भी बढ़ा दी. तेज हवाओं में पेड़ एवं बिजली के खंभे उखड़ गए और कई इलाकों में जलभराव हो गया. वहीं खराब मौसम का असर फ्लाइट्स पर भी पड़ा. मौसम में अचानक आए बदलाव के कारण पारे में भारी गिरावट आई और राजधानी का न्यूनतम तापमान 19.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 6.9 डिग्री कम है.
दिल्ली-नोएडा में आज फिर से बारिश
दिल्ली-एनसीआर समेत देशभर कई राज्यों में आज भी मौसम का मिजाज बदला रहेगा. नतीजन दिल्ली-एनसीआर में आज आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे, और गरज-चमक के साथ हल्की बारिश की भी संभावना है. इस दौरान जहां अधिकतम तापमान 41-43 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 28-30 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है. वहीं हवा की गति 30-40 किमी प्रति घंटा रहेगी, जो धूल भरी आंधी का रूप ले सकती है.
आने वाले दिनों में दिल्ली के मौसम का मिजाज
26 मई (सोमवार): न्यूनतम तापमान 24 डिग्री, अधिकतम 35 डिग्री, गरज के साथ बारिश
27 मई (मंगलवार): न्यूनतम तापमान 27 डिग्री, अधिकतम 37 डिग्री, आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे, गरज और बिजली की संभावना
28 मई (बुधवार): न्यूनतम तापमान 27 डिग्री, अधिकतम 38 डिग्री, गरज के साथ बारिश
29 मई (गुरुवार): न्यूनतम तापमान 27 डिग्री, अधिकतम 38 डिग्री, गरज के साथ बारिश
30 मई (शुक्रवार): न्यूनतम तापमान 27 डिग्री, अधिकतम 36 डिग्री, बारिश या गरज के साथ बौछारें
31 मई (शनिवार): न्यूनतम तापमान 26 डिग्री, अधिकतम 38 डिग्री, बारिश या गरज के साथ बौछारें
दिल्ली-एनसीआर में बारिश से बुरा हाल
दिल्ली छावनी इलाके में एक ‘अंडरपास' में एक कार और एक बस लगभग पूरी तरह डूबी देखी गई. सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो में भी इसी तरह के दृश्य दिखाई दिए जो कथित तौर पर मिंटो रोड इलाके के हैं. मौसम विभाग ने पश्चिम और उत्तर-पश्चिम से आने वाली आंधी के बारे में शनिवार रात चेतावनी देते हुए ‘रेड अलर्ट' जारी किया था. इसने तेज आंधी या धूल भरी हवाएं चलने एवं बार-बार मेघ गर्जन और तेज हवाएं चलने का अनुमान जताया था. कई हिस्सों में तेज हवाएं चलीं.
मानसून की वक्त से पहले दस्तक
दक्षिण-पश्चिम मानसून ने शनिवार को केरल में दस्तक दी. वर्ष 2009 के बाद से ऐसा पहली बार है जब मानसून इतनी जल्दी केरल पहुंचा है. साल 2009 में मानसून 23 मई को केरल पहुंचा था. सामान्य तौर पर दक्षिण-पश्चिम मानसून एक जून तक केरल में दस्तक देता है तथा आठ जुलाई तक पूरे देश में पहुंच जाता है. मानसून 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से पीछे हटना शुरू कर देता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से वापस लौट जाता है. यह आमतौर पर सात जून के आसपास महाराष्ट्र और 11 जून को मुंबई पहुंचता है.