- दिल्ली एनसीआर में ठंड और कोहरे के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 से ऊपर गंभीर स्तर पर पहुंच गया है
- दिल्ली के विभिन्न इलाकों में सुबह छह बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 से 460 के बीच दर्ज किया गया है
- नोएडा और गुरुग्राम में भी वायु प्रदूषण गंभीर श्रेणी में बना हुआ है और सांस लेने में परेशानी हो सकती है
दिल्ली एनसीआर में कड़ाके की ठंड और कोहरे के बीच एक बार फिर ज्यादातर इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 के पार पहुंच गया है. दिल्ली का औसत एक्यूआई मंगलवार को सुबह 6 बजे 413 दर्ज किया गया है. मंगलवार को सुबह 6 बजे दिल्ली के अलीपुर में 408, आनंद विहार में 463, अशोक विहार में 443, बवाना में 428, चांदनी चौक में 423, आईटीओ में 434, जहांगीरपुरी में 445, मुंडका में 447 एक्यूआई दर्ज किया गया. दिल्ली से सटे नोएडा और गुरुग्राम में भी वायु प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में बना हुआ है. मौसम विभाग का कहना है कि दिल्ली में वेस्टर्न डिस्टरबेंस पहुंचा हुआ है, इसलिए मौसम खराब रहेगा. हालांकि, 25 दिसंबर को हालात में सुधार देखने को मिल सकते हैं, क्योंकि तब 25 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से हवा चलने का अनुमान है.
दिल्ली से सटे नोएडा और गुरुग्राम में भी लोगों को सांस लेना मुश्किल हो रहा है. यहां भी एक्यूआई लेवल कई इलाकों में 400 के पार पहुंचा नजर आ रहा है. घने कोहरे के बीच जहरीला हवा, लोगों की मुश्किलें बढ़ा रही है. समीर ऐप पर नोएडा के सेक्टर-125 में मंगलवार की सुबह 6 बजे एक्यूआई लेवल 420 दर्ज किया गया. वहीं, नोएडा सेक्टर-1 में 460 और सेक्टर-116 में यह 422 एक्यूआई लेवल दर्ज किया गया. नोएडा का औसत एक्यूआई लेवल मंगलवार को 424 दर्ज किया गया. गुरुग्राम के सेक्टर-51 में भी एक्यूआई लेवल 400 के पार पहुंचा नजर आ रहा है.
दिल्ली पिछले 3 दिन से बढ़ रहा AQI
दिल्ली में इससे पहले सोमवार को घना कोहरा छाया रहा और वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब' श्रेणी में दर्ज की गई. 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 373 दर्ज किया गया, जो आज बढ़कर 400 से ऊपर पहुंच गया है. मौसम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, सोमवार को 39 कार्यरत निगरानी केंद्रों में से 12 ने वायु गुणवत्ता के ‘गंभीर' श्रेणी में होने का संकेत दिया, जबकि 27 ने ‘बेहद खराब' वायु गुणवत्ता दर्ज किया गया. गंभीर श्रेणी में आने वाले केंद्रों में आनंद विहार सबसे अधिक प्रदूषित रहा, जहां केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के समीर ऐप के अनुसार, वायु गुणवत्ता सूचकांक 425 दर्ज किया गया.
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने चेताया
दिल्ली में वायु प्रदूषण के बिगड़े हालात के चलते ग्रैप-4 के प्रतिबंध लगे हुए हैं, लेकिन लोग इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, जिसे लेकर सोमवार को पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने लोगों को चेताया है. सिरसा ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए ग्रैप-4 के प्रतिबंध लगे हुए हैं, लेकिन इस बीच ऐसी शिकायतें आ रही हैं कि 50 प्रतिशत वर्क फ्रॉम होम के नियम को कई प्राइवेट कंपनियां नहीं मान रही हैं. कई लोग भी नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं. मैं ऐसी सभी कंपनियों और लोगों को बताना चाहता हूं कि ये दिल्ली की साफ हवा के लिए लड़ाई है. अगर किसी ने नियमों का उल्लंघन किया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. वायु गुणवत्ता प्रबंधन के लिए निर्णय सहायता प्रणाली से प्राप्त आंकड़ों से पता चला कि प्रदूषण में वाहनों से होने वाले उत्सर्जन की सर्वाधिक भूमिका है, जो कुल प्रदूषण का 15.7 प्रतिशत है. इसके बाद दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में स्थित उद्योगों का योगदान 7.1 प्रतिशत, आवासीय स्रोतों का 3.8 प्रतिशत, निर्माण गतिविधियों का 2.0 प्रतिशत और अपशिष्ट जलाने का 1.3 प्रतिशत रहा.














