दिल्ली एनसीआर में हाल ही में आए तूफान और बारिश के बाद मौसम में अचानक ही बदलाव आ गया है. दरअसल, मई के मौसम में अक्सर बहुत ज्यादा गर्मी पड़ती थी लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा है बल्कि अचानक से आने वाले आंधी-तूफान और बारिश के कारण अचानक ही मौसम में बदलाव हो रहा है. इस वजह से बीते कुछ सालों में मई में पड़ने वाली गर्मी में अचानक ही काफी बदलाव भी देखा गया है और कई बार ऐसा हुआ है जब बारिश के कारण मई में पड़ रही गर्मी का असर कम हुआ है. असल में इसका कारण क्या है और ऐसा क्यों हो रहा है इसके बारे में आपको डिटेल में बताते हैं.
बीते कुछ सालों में तेजी से बदल रहा मई का मौसम -
- रिकॉर्ड तोड़ गर्मी: दिल्ली में हाल के मई महीनों में कई बार गर्मी देखी गई है, जिसमें तापमान अक्सर 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो गया है... इतना ही नहीं तापमान केवल 40 ही नहीं बल्कि 50 डिग्री से भी अधिक गया है. उदाहरण के लिए, 2024 में, दिल्ली के मुंगेशपुर में 52.3 डिग्री सेल्सियस के साथ अब तक का सबसे अधिक तापमान दर्ज किया गया था.
- बेमौसम बारिश: कुछ वर्षों में, मई में सामान्य से अधिक बारिश हुई है, जिससे औसत से अधिक तापमान ठंडा हो गया है. उदाहरण के लिए, 2023 में 36 वर्षों में सबसे ठंडा मई का महीना देखा गया था, जिसमें अधिक वर्षा के कारण औसत अधिकतम तापमान 36.8 डिग्री सेल्सियस रहा.
- परिवर्तनशीलता में वृद्धि: अत्यधिक गर्मी और बेमौसम बारिश का संयोजन दिल्ली के मई के मौसम में बढ़ती परिवर्तनशीलता का संकेत देता है, जो संभावित रूप से जलवायु परिवर्तन से जुड़ा हुआ है.
इन कारणों की वजह से मई में हो रहा मौसम में इतना उतार चढ़ाव -
जलवायु परिवर्तन: या फिर क्लाइमेट चेंज वैश्विक तापमान वृद्धि से प्रभावित पश्चिमी विक्षोभ की बढ़ती आवृत्ति और तीव्रता, हिमालयी इलाकों में अधिक बारिश ला रही है और संभावित रूप से दिल्ली के मौसम के पैटर्न को भी प्रभावित कर रही है.
वायु गुणवत्ता: दिल्ली में खराब वायु गुणवत्ता भी उच्च तापमान में योगदान दे सकती है, क्योंकि प्रदूषक गर्मी को फंसा लेते हैं.