- दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता सूचकांक सुबह छह बजे कई इलाकों में 400 से ऊपर दर्ज हुआ
- दिल्ली सरकार ने बढ़ते प्रदूषण के कारण कंपनियों को वर्क फ्रॉम होम की सलाह दी है ताकि लोगों को राहत मिल सके
- ग्रैप की AQI उप-समिति ने दिल्ली-NCR की वायु गुणवत्ता की समीक्षा की, फिलहाल चरण-III करने की जरूरत नहीं बताई
सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन और गले में खराश... दिल्ली एनसीआर में हर दूसरा शख्स इन समस्याओं से जूझ रहा है. ये जहरीले प्रदूषण के कारण है, जिसका स्तर दिल्ली-एनसीआर में लगातार बढ़ता जा रहा है. सोमवार को दिल्ली-एनसीआर में स्मॉग की चादर आसमान में नजर आ रही है. मौसम विभाग के मुताबिक, सुबह 6 बजे कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 से ऊपर 'गंभीर श्रेणी' में दर्ज किया गया. ऐसे में डॉक्टर्स लोगों को बिना वजह घर से बाहर न निकलने और शरीर को हाइड्रेड रखने की सलाह दे रहे हैं, ताकि प्रदूषण के रूप में शरीर में जाने वाले 'जहर' को बाहर निकाला जा सके.
AQI बवाना में 400 के पार...
दिल्ली में सोमवार को भी वायु प्रदूषण का स्तर चिंताजनक है. सुबह 6 बजे बवाना में एरिया में एक्यूआई 412 दर्ज किया गया. जहांगीर पुरी में 394, बुराड़ी क्रॉसिंग में 389, नेहरू नगर में 386, चांदनी चौक में 365, आनंद विहार में 379, अशोक विहार में 373 एक्यूआई दर्ज किया गया. दिल्ली में सोमवार सुबह औसत एक्यूआई लेवल 346 दर्ज किया गया है, जो प्रदूषण की गंभीर स्थिति है. इतने प्रदूषण से लोगों को खुले में सांस लेने में दिक्कत हो रही है. ऐसे में दिल्ली सरकार ने कंपनियों को वर्क फ्रॉम होम की सलाह दी है.
ग्रैप पर सीएक्यूएम उप-समिति की बैठक
इससे पहले रविवार सुबह दिल्ली का दैनिक औसत एक्यूआई 'बेहद खराब' श्रेणी के आसपास रहा, जिसके कारण ग्रैप पर सीएक्यूएम उप-समिति ने रविवार की शाम को 4 बजे एक समीक्षा बैठक बुलाई. उप-समिति ने दिल्ली-एनसीआर के वर्तमान वायु गुणवत्ता परिदृश्य और आईएमडी/आईआईटीएम द्वारा उपलब्ध कराए गए मौसम/मौसम संबंधी पूर्वानुमानों की समीक्षा की. इस दौरान समिति ने पाया कि सुबह 10 बजे दिल्ली का प्रति घंटा औसत एक्यूआई 391 था, जो आज शाम 4 बजे उल्लेखनीय रूप से सुधरकर 370 हो गया.
दिल्ली का औसत एक्यूआई 'बहुत खराब'...
इस दौरान देखा गया कि दिल्ली के दैनिक औसत एक्यूआई में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. शाम 4 बजे एक्यूआई सुधरकर 370 हो गया और शाम 5 बजे और सुधरकर 365 हो गया. साथ ही, आईएमडी और आईआईटीएम द्वारा मौसम संबंधी स्थितियों के बारे में बताया गया कि आने वाले दिनों में दिल्ली का औसत एक्यूआई 'बहुत खराब' श्रेणी में रहेगा. ग्रैप पर उप-समिति ने बताया कि फिलहाल ग्रैप के चरण-III को लागू करने की आवश्यकता नहीं है और एनसीआर में ग्रैप की मौजूदा अनुसूची के चरण I और II के तहत चल रहे उपाय जारी रहेंगे. उप-समिति स्थिति पर कड़ी नजर रख रही है और दिल्ली-एनसीआर के वायु गुणवत्ता परिदृश्य की समीक्षा करेगी.
मौसम में कोहरा बना रहने की संभावना
वहीं, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, अगले सात दिनों तक न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है. फिलहाल, सुबह और शाम की ठंडी हवाएं सर्दी को और बढ़ा रही हैं. हालांकि, बारिश की उम्मीद नहीं है और मौसम में कोहरा बना रहने की संभावना है. आईएमडी ने कहा कि प्रदूषण की बिगड़ती स्थिति गिरते तापमान से जुड़ी है, जिससे हवा भारी हो जाती है और हवा की गति कम हो जाती है, जिससे प्रदूषक सतह के पास जमे रहते हैं. इसी कारण कोहरे और धुंध का मिश्रण घना बना रहता है. आईएमडी के अनुसार, निर्माण गतिविधियां और वाहनों से निकलने वाला धुआं भी वायु प्रदूषण बढ़ने के प्रमुख कारणों में शामिल हैं.
ये भी पढ़ें :- सांस लेना मुझे मार रहा... प्रदूषण के खिलाफ फूटा दिल्ली का गुस्सा, इंडिया गेट पर बच्चों-बुज़ुर्गों का प्रदर्शन













