बाबा रामदेव की कोरोना दवा कोरोनिल मामले पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के खिलाफ दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन उतरा है. प्रेस रिलीज जारी कर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के उस बयान की निंदा की, जिसमें डॉ. हर्षवर्धन पर सवाल उठाए गए थे और उनकी आलोचना की गई थी. दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के मुताबिक, ''दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की 22 फरवरी की प्रेस रिलीज की कड़ी निंदा करते हैं. प्रेस रिलीज का कंटेंट आधारहीन, अनाधिकृत, गैरकानूनी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की साफ और ईमानदार छवि की मानहानि करने वाला है. डॉ. हर्षवर्धन ने बाबा रामदेव का कार्यक्रम केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के तौर पर अटेंड किया था ना कि मॉडर्न मेडिसिन प्रैक्टिशनर के तौर पर. यही नहीं डॉक्टर हर्षवर्धन ने CORONIL के बारे में एक शब्द नहीं कहा तो उस को बढ़ावा देने का सवाल ही कहां उठता है?''
दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के प्रेस रिलीज में यह भी लिखा है, ''इंडियन मेडिकल एसोसिएशन जो CORONIL के ट्रायल के बारे में सवाल उठा रहा है या विश्व स्वास्थ्य संगठन के सर्टिफिकेट को लेकर दावे को लेकर सवाल हैं तो उसका जवाब या तो ड्रग कंट्रोलर देंगे या पतंजलि रिसर्च इंस्टीट्यूट. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने तथ्यों के साथ छेड़छाड़ की है जिससे स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ एक सनसनीखेज मामला बनाया जा सके और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के समर्पित और ईमानदार सदस्य की आलोचना करके सस्ती लोकप्रियता हासिल की जा सके. दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन डॉक्टर हर्षवर्धन के कोविड-19 महामारी के दौरान किए गए शानदार कामों के लिए उनकी प्रशंसा करता है. इसके लिए पूरी दुनिया में तारीफ हो रही है. दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन उनकी उपलब्धियों पर गर्व करता है क्योंकि वह इस एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष हैं.''