- एमसीडी के 12 उपचुनावों में कांग्रेस ने संगम विहार सीट पर जीत दर्ज की है.
- संगम विहार सीट पर कांग्रेस के सुरेश चौधरी ने बीजेपी के शुभरजीत गौतम को तीन हजार से अधिक वोटों से हराया है
- मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच माना जा रहा था, लेकिन कांग्रेस ने इसे त्रिकोणीय बना दिया है
बिहार चुनाव में भले ही कांग्रेस पार्टी ने बेहद खराब प्रदर्शन किया हो, लेकिन उसके लिए दिल्ली से एक खुशखबरी आई है. एमसीडी की जिन 12 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं उनमें से 9 सीटें पहले बीजेपी के पास थी जबकि आप ने 3 सीटों पर कब्जा जमा रखा था. कांग्रेस को इनमें से एक भी सीट नहीं मिली थी, लेकिन पिछले करीब तीन विधानसभा चुनाव से राज्य में हाशिए पर चल रही कांग्रेस के लिए एमसीडी उपचुनाव किसी ठंडा हवा के झोंके की तरह आई है. पार्टी ने संगम विहार की सीट जीत ली है. कांग्रेस के सुरेश चौधरी ने बीजेपी के कैंडिडेट शुभरजीत गौतम को 3 हजार से ज्यादा वोटों से मात दे दी है.
संगम विहार से कांग्रेस को मिलेगी संजीवनी?
संगम विहार सीट पर जीत से क्या कांग्रेस पार्टी को दिल्ली में संजीवनी मिलेगी? ये सवाल इसलिए भी अहम हो गया है क्योंकि कभी दिल्ली कांग्रेस पार्टी का गढ़ हुआ करती थी. यहां से दिवंगत शीला दीक्षित लगातार तीन बार सीएम रही थीं. एक सीट पर जीत भले ही सांकेतिक लग रही हो लेकिन कांग्रेस के कैडर में ये जीत जान भी फूंक सकती है.
इस चुनाव में मुख्य मुकाबला बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच ही मानी जा रही थी. लेकिन कांग्रेस ने इस बार के चुनाव में मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है. कांग्रेस ने इन सभी 12 सीटों पर कैंडिडेट उतारा था. एमसीडी उपचुनाव में कुल 51 कैंडिडेट मैदान में थे.
दिल्ली में इन सीटों पर मुकाबला
दिल्ली एमसीडी उपचुनाव में द्वारका, विनोद नगर, संगम विहार, चांदनी महल, मुंडका, ग्रेटर कैलाश, अशोक विहार, शालीमार बाग, डिचांऊ कला, दक्षिण पुरी, नरायणा और चांदनी चौक सीटों पर हुए थे.













