दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ऐलान करते हुए कहा कि कोरोना काल में अच्छा काम करने वाले शिक्षकों को दिल्ली सरकार सम्मानित करेगी. उन्होंने कहा कि कोरोना के दौरान शिक्षकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. क्वारंटाइन सेंटर में ड्यूटी देने से लेकर स्कूलों में राशन बांटने, टीका लगवाने, इंफोर्समेंट सबमें शिक्षकों ने अच्छा काम किया है. इतना ही नहीं शिक्षकों ने महामारी की ड्यूटी की, उन्होंने तमाम चुनौतियों के बीच ऑनलाइन क्लासेज भी जारी रखी. लोगों के प्रवास के दौरान शिक्षकों ने जिम्मेदारी लेकर बच्चों को दिल्ली में रुकवाया, ऑनलाइन क्लासेज के लिए खुद पैसे देकर बच्चों का मोबाइल रिचार्ज कराया. इस दौरान शिक्षकों ने यह साबित किया कि गोविंद से भी आगे गुरु को रखना है.
हमने अभी भी स्कूल नहीं खोले तो एक पूरी पीढ़ी नॉलेज गैप के साथ आगे बढ़ेगी : NDTV से मनीष सिसोदिया
उन्होंने कहा कि, “इस साल का जो टीचर्स अवार्ड होगा, वो भी विशेष रहेगा. पहले ये एकेडमिक परफॉर्मेंस पर होते थे, 2016 में हमने इसे ग्रैंड फंक्शन में बदला था. अब 103 को बढ़ाकर 122 अवार्ड कर दिया गया है. पहले 15 साल के अनुभव वाले टीचर्स को ही अवार्ड मिलता था, अब इसे बदलकर 3 साल कर दिया गया है. उन्होंने आगे कहा कि अब हमने गेस्ट टीचर्स प्राइवेट स्कूल टीचर के लिए भी यह अवार्ड खोल दिया है. शिक्षा मंत्री ने कहा कि स्कूलों के स्ट्रेंथ के हिसाब से अलग-अलग कैटेगरी बना दी गई है. इस साल फेस ऑफ डीईओ के नाम से दो अवार्ड शुरू किए गए हैं. कुछ भी उल्लेखनीय काम कर रहे हैं, जिससे शिक्षा विभाग का नाम बढ़ता है, ऐसा एक कार्यक्रम शुरू किया है. उप मुख्यमंत्री ने कहा कि अब कितने भी टीचर एक स्कूल से अप्लाई कर सकते हैं. कोरोना के दौरान किसी ने काम किया है, तो उसे स्पेशल माना जाएगा. इस बार 1108 आवेदन आए हैं और 122 नाम चुने गए हैं.