कोहरे में गाड़ी कैसे सेफ चलाएं, एक्सप्रेस-वे पर फंसे तो क्या करें... जानें दिल्‍ली से कब छटेगा कोहरा?

दिल्‍ली एनसीआर में आज कोहरे की घनी चादर छाई हुई है, जो अगले कुछ दिनों तक बनी रहेगी. ऐसे में ड्राइविंग बेहद संभल कर करें. आंकड़े बताते हैं कि कोहरे में एक्‍सीडेंट की घटनाएं, बेहद बढ़ जाती हैं.

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ओझल हुईं सड़के, इमरजेंसी लाइट से चलती दिखीं गाड़ियां...

नई दिल्‍ली:

दिल्‍ली एनसीआर घने कोहरे की सफेद चादर से ढका हुआ है... चारों तरफ सिर्फ धुंध ही धुंध नजर आ रही है. मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में शुक्रवार को सीजन का सबसे घना कोहरा पड़ा. दिल्ली के पालम स्टेशन पर 0 मीटर विजिबिलिटी दर्ज की गई है और सफदरजंग में 50 मीटर. कई जगह 10 मीटर दूर देख पाना संभव नहीं हो पा रहा था. ऐसे में सड़कों पर गाड़ियों को पार्किंग लाइट ऑन कर चलना पड़ा. घने कोहरे के दौरान सबसे मुश्किल होता है, सड़क पर ड्राइविंग करना? ऐसे में एक्‍सीडेंट होने का खतरा काफी बढ़ जाता है. आंकड़े बताते हैं कि घने कोहरे ने दिल्‍ली की सड़कों पर सबसे ज्‍यादा जानें ली हैं. साल 2018 में कोहरे से संबंधित सड़क दुर्घटनाओं में 12,678 लोगों की जान गई.  

सालकोहरे से मौतें
20169,317
201711,090
201812,678

  

दिल्ली में सीजन का सबसे घना कोहरा, IMD ने किया अलर्ट

दिल्‍ली में इस समय कड़ाके की ठंड पड़ रही है. घर से निकलते ही लोगों को ठिठुरन हो रही है. ऐसे में कोहरे डरा रहा है. दिल्ली-एनसीआर में आज सीजन का सबसे घना कोहरा है. मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्‍ली में आज 'बहुत घना कोहरा' है. इस कोहरे में विजिबिलिटी काफी कम हो गई है. अक्षरधाम, मंदिर मार्ग, साकेत और पूसा रोड जैसी जगहों पर दृश्‍यता सुबह 10 मीटर से भी रही. दिल्ली-एनसीआर में आज सीजन का सबसे घना कोहरा है, मौसम विभाग की मानें तो दिल्‍ली में 4 जनवरी को भी 'घना कोहरा' रहने का अनुमान है. आने वाले दिनों में भी कोहरे के हालात बने रहने का अनुमान है. इसलिए, अगर ज्‍यादा जरूरी न हो तो, घरों से बाहर न निकलें. 

कोहरे में गाड़ी कैसे सेफ चलाएं?

कोहरे में सबसे बड़ी समस्‍या ड्राइविंग की आती है. विजिबिलिटी काफी कम हो जाती है, सड़क पर थोड़ी दूर तक भी नजर नहीं आता. ऐसे में एक्‍सीडेंट होने का खतरा काफी बढ़ जाता है. ड्राइविंग एक्‍सपर्ट बताते हैं कि घने कोहरे में ड्राइविंग करते समय यह ध्‍यान रखें कि आपकी स्‍पीड ज्‍यादा न हो. आप जिक जैक ड्राइविंग करने से बचें. और इमरजेंसी लाइफ जलाकर गाड़ी चलाएं. इमरजेंसी लाइट बिलिंक करती रहती है, जिससे पीछे वाले शख्‍स को अंदाजा हो जाता है कि कोई गाड़ी आगे चल रही है. इसके साथ ही कोहरे में गाड़ी अपनी लेन में ही चलानी चाहिए. कोहरे में येलो लाइट भी काफी फायदेमंद साबित होती है. इससे विजिबिलिटी थोड़ी बढ़ जाती है.

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सड़क पर कुछ न दिख रहा हो तो क्या करें!

दिल्‍ली-एनसीआर में आज कोहरा इतना ज्‍यादा था कि कुछ-कुछ जगहों पर नजर ही नहीं आ रहा था. 10 मीटर आगे तक की गाड़ी नजर नहीं आ रही थी. ऐसे में एक्‍सपर्ट सलाह देते हैं कि बड़ी संभल कर ड्राइविंग करनी चाहिए. अगर कहीं पहुंचने की जल्‍दी न हो, तो कुछ देर रुक जाना चाहिए. अगर ड्राइविंग करनी ही है, तो येलो लाइट जलाकर ड्राइविंग करें. सड़क पर सफेद पट्टी को देखते हुए भी आगे बढ़ सकते हैं, ये सफेद पट्टी सड़क के बीच में होती है. ऐसे में आप सड़क डिवाइडर से नहीं टकराएंगे.  गाड़ी एक्सट्रीम लेफ्ट में पीली पट्टी जो कि सड़क का अंत होती है, धीमी गति और इमरजेंसी लाइट्स ऑन करके चलाएं, क्योंकि कोहरे में अक्सर बीच में या एक्सट्रीम राइट में चलने वाली गाड़ियां ही हादसे में शामिल होती हैं.

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एक्सप्रेस-वे पर कोहरे में फंस जाएं तो क्या करें?

आमतौर पर एक्सप्रेस-वे पर कोहरे के दौरान ड्राइविंग करने में काफी परेशानी होती है. ऐसे में अगर आप एक्सप्रेस-वे पर कोहरे में फंस जाएं, तो बिल्‍कुल भी परेशान न हों. सबसे पहले अपनी गाड़ी सड़क के किनारे ले जाएं. पार्किंग लाइट ऑन रखें. इसके बाद गाड़ी से बाहर निकलें और किसी को मदद के लिए फोन करें. एक्‍सप्रेस-वे पर मौजूद हेल्‍पलाइन नंबर से भी आप मदद मांग सकते हैं. 

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कोहरा कब तक रहेगा...

दिल्‍ली में कोहरा अगले कुछ दिनों तक छटने वाला नहीं है. मौसम विभाग की भविष्‍यवाणी के मुताबिक, 4 से 8  जनवरी तक दिल्‍ली में कोहरा रहेगा. 4 जनवरी को घना कोहरा रहने का अनुमान है. 5 जनवरी को कोहरा कुछ कम रहेगा. 6 जनवरी को दिल्‍ली में बादल छाए रहेंगे और बारिश हो सकती है. 7 और 8 फरवरी को भी मध्‍यम कोहरा रहेगा. 9 जनवरी को कोहरा घटने का अनुमान लगाया जा रहा है. इस दौरान दिल्‍ली का न्‍यूनतम तापमान 7 से 9 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है.    
 

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हादसों का कोहरा

सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, साल 2018 में कोहरे से संबंधित सड़क दुर्घटनाओं में 12,678 लोगों की जान चली गई. इससे पहले 2016 में ऐसी दुर्घटनाओं में 9,317 लोगों की मौत हो गई और 2017 में यह संख्या बढ़कर 11,090 हो गई. साल 2014 और 2018 के बीच, कोहरे से संबंधित दुर्घटनाओं के कारण सड़कों पर मृत्यु दर लगभग 100% बढ़ गई. साल 2017 के बाद से, उत्तर भारतीय राज्य जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली उन राज्यों की सूची में शीर्ष पर हैं जहां सर्दियों के दौरान सड़क दुर्घटनाएं बढ़ जाती हैं. 

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