दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने बारामुला से सांसद राशिद इंजीनियर की जमानत याचिका पर आदेश सुरक्षित रख लिया है. इस मामले की सुनवाई कैमरे की निगरानी में बंद कमरे में हुई. अब कोर्ट 4 सितंबर को आदेश सुनाएगी. एनआईए ने इंजीनियर राशिद की जमानत याचिका का विरोध किया है. शेख अब्दुल राशिद, जिसे लोकप्रिय रूप से इंजीनियर राशिद के नाम से जाना जाता है, 2024 के लोकसभा चुनावों में बारामुला में पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को हराया था.
किस मामले में हुई थी गिरफ्तारी
इंजीनियर राशिद को 2017 के जम्मू और कश्मीर के कथित आतंकवाद वित्त पोषण मामले में गिरफ्तार किया गया था. दिल्ली की एक अदालत में आज कश्मीर के बारामूला से लोकसभा सांसद राशिद इंजीनियर (Engineer Rashid) की जमानत पर सुनवाई हुई. राशिद को अगर जमानत मिल जाती है तो कश्मीर में चुनाव (Jammu Kashmir Assembly Election) का समीकरण भी पूरी तरह बदल जाएगा. घाटी में होने वाले विधानसभा चुनाव में राशिद इंजीनियर की अगुवाई वाली पार्टी आवामी इत्तेदाह पार्टी ने उतरने का ऐलान किया है. जिसके बाद राज्य में सियासी हलचल तेज हो गई हैं.
राशिद इंजीनियर से जुड़ी खास बातें-
- राशिद इंजीनियर साल 2019 से जेल में बंद हैं, जो बारामूला से निर्दलीय सांसद हैं.
- साल 2024 के चुनाव में पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला को हराया.
- उत्तर कश्मीर की राजनीति में राशिद इंजीनियर की अलग पहचान.
- पिछले 5 सालों से वह UAPA के तहत दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है.
- राशिद की आवामी इत्तेदाह नाम की पार्टी के संस्थापक सदस्य हैं.
- साल 2019 में NIA ने राशिद इंजीनियर को टेरर फंडिंग मामले में किया गिरफ्तार.
राशिद पर क्या आरोप
एनआईए द्वारा कथित आतंकी फंडिंग मामले में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम), 1967 अधिनियम (यूएपीए) के तहत आरोप लगाए जाने के बाद से वह 2019 से जेल में है. राशिद फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद है. उनका नाम कश्मीरी व्यवसायी जहूर वताली की जांच के दौरान सामने आया था, जिसे एनआईए ने घाटी में आतंकवादी समूहों और अलगाववादियों को कथित रूप से वित्त पोषण करने के आरोप में गिरफ्तार किया था. अब वह जेल से बाहर आने का इंतजार कर रहे हैं.