दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज प्रवर्तन निदेशालय (Arvind Kejriwal On ED Summon) के सामने पेश नहीं हुए. उन्होंने ED के समन का जवाब देते हुए कहा कि वह बहुत ही आश्चर्यचकित हैं कि जांच एजेंसी ने उनके द्वारा उठाई गई आपत्ति का जवाब नहीं दिया और पहले वाले समन से मिलता जुलता समन फिर से भेज दिया. सीएम केजरीवाल ने कहा कि वह यह मानते हैं कि जांच एजेंसी के पास इन समन का कोई जस्टिफिकेशन नहीं है. सीएम केजरीवाल ने कहा कि ED का व्यवहार मनमाना और गैर पारदर्शी है.
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मैं कानून का सम्मान करता हूं-केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पहले की तरह वह फिर से कह रहे हैं कि कानून का वह सम्मान करते हैं और जांच में सहयोग के लिए तैयार हैं. लेकिन ईडी की चुप्पी निहित स्वार्थ की पुष्टि करती है. वह कई ऐसे मामले जानते हैं, जिनमें समन पाने वाले व्यक्ति के पूछने पर प्रवर्तन निदेशालय ने विस्तृत स्पष्टीकरण दिया है. वह भी अपने सवालों के जवाबों की मांग करते हैं, ताकि वह इस जांच की मंशा के दायरे को ठीक से समझ सकें. दिल्ली के सीएम ने कहा कि हर बार समन उनतक पहुंचने से पहले मीडिया में पहुंच जाते हैं, इससे सवाल उठते हैं कि इस समन का उद्देश्य जांच करना है या उनकी प्रतिष्ठा को धूमिल करना.
मैं व्यस्त हूं लेकिन सवालों का जवाब देने को तैयार-सीएम केजरीवाल
ईडी के समन का जवाब देते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में राज्यसभा चुनाव है, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक के नाते वह इसमें व्यस्त हैं. वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री होने के नाते वह 26 जनवरी की तैयारी में भी लगे हुए हैं. लेकिन अगर जांच एजेंसी सवालों की कोई फेहरिस्त भेजना चाहे तो वह उनका जवाब देंगे.
अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने की है साजिश- सौरभ भारद्वाज
ED के समन को लेकर दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि ED बार-बार पूछने पर भी नहीं बता रही कि उन्होंने अरविंद केजरीवाल को क्यों बुलाया है किस हैसियत से बुला रही है. ऐसे में ED के समन भेजे जाने की टाइमिंग पर भी सवाल खड़े गए हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार लोकसभा चुनाव की तैयारी से पहले अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने की साजिश कर रही है. ऐसा इसलिए ताकि मुख्यमंत्री लोकसभा चुनाव प्रचार में ना जा सकें. मैं आपको बता दूं कि इस मामले में बीते डेढ़ साल से जांच चल रही है. चार्जशीट के बाद किस स्टेज पर अरविंद केजरीवाल को क्यों बुलाया जा रहा है? इन सवालों के जवाब केंद्र सरकार और प्रवर्तन निदेशालय को देने चाहिए. जांच एजेंसी ने मनीष सिसोदिया को 1 साल से गिरफ्तार किया हुआ है उनके खिलाफ एक भी सबूत पेश नहीं कर पाए हैं. आज नहीं तो कल मनीष सिसोदिया रिहा होंगे यह बात केंद्र सरकार भी जानती है. इसलिए अरविंद केजरीवाल को भी इस मुकदमे में गिरफ्तार करना चाहते हैं. विपक्ष के नेताओं को किसी न किसी मामले में गिरफ्तार करने की कोशिश हो रही है. रोजाना भाजपा नेताओं के खिलाफ बड़े-बड़े मामले हमारे सामने आते हैं लेकिन उनके मामले में कोई ED सीबीआई पूछताछ नहीं कर रही कोई गिरफ्तारी नहीं कर रही.
ED से पूछे सवालों का जवाब बीजेपी के नेता क्यों दे रहे- गोपाल राय
इस पूरे मामले पर आप नेता गोपाल राय ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने जो ED से सवाल पूछे, सुबह से उनका जवाब देने बीजेपी के नेता आ रहे हैं. भाजपा कहती है कि अरविंद केजरीवाल थर थर कांप रहे है, लेकिन बेचैनी तो भाजपा के नेताओं में दिख रही है.अगर ED कानूनी तरीके से जवाब चाहती है तो आप सहयोग के लिए तैयार है, लेकिन बीजेपी के किसी षडयंत्र, नोटिस और एजेंसी के दुरुपयोग का जवाब देने के लिए तैयार नहीं है.
छापे विपक्ष के नेताओं पर ही क्यों- आतिशी
वहीं दिल्ली की PWD व शिक्षामंत्री आतिशी ने कहा कि ED के राजनीतिक हथियार बनकर रह गई है. गिरफ्तारी की साजिश सिर्फ लोकसभा चुनाव के लिए है क्योंकि सारा विपक्ष इंडिया अलायंस का साथ है. बीजेपी ED का इस्तेमाल कर समन भेज रही है, गिरफ्तारियां कर रही है. छापे सिर्फ विपक्ष के नेताओं पर ही पड़ते हैं, लेकिन अगर वे नेता बीजेपी का साथ दें तो तुरंत केस बंद हो जाते हैं.
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