दिल्ली : फर्जी वीजा पर विदेश भेजने के बहाने ठगी, सिंडिकेट का भंडाफोड़

दिल्ली पुलिस ने ट्रेवल एजेंसी चलाने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया,101 पासपोर्ट और नकली वीज़ा बरामद किए गए

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प्रतीकात्मक फोटो.
नई दिल्ली:

दिल्ली पुलिस ने फर्जी वीजा पर विदेश भेजने के बहाने ठगने वाले एक सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने 101 पासपोर्ट और नकली वीज़ा बरामद किए हैं. पूर्वी दिल्ली जिले की पुलिस ने फर्जी पहचान के आधार पर ट्रेवल एजेंसी चलाने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है. आरोपियों ने फर्जी वीजा के आधार पर बड़ी संख्या में लोगों को विदेश भेजने का झांसा देकर ठगी की है. 

पूर्वी दिल्ली की डीसीपी प्रियंका कश्यप के मुताबिक लक्ष्मी नगर इलाके में चल रहे "फोकस ट्रैवल्स" में कुछ संदिग्ध गतिविधियां देखी गईं. 15 दिनों से अधिक समय तक जांच करने पर पता चला कि वहां एक सिंडिकेट चल रहा था जो फर्जी वर्क वीजा पर विदेश भेजने के बहाने बड़ी संख्या में लोगों के साथ धोखाधड़ी में शामिल था. जांच में पता चला कि इस ट्रेवल एजेंसी को दो लोग परवेज अहमद और विशाल चौधरी चला रहे हैं. हालांकि ट्रेवल एजेंसी 2-3 दिनों के लिए बंद पाई गई और कुछ लोग वहां टहलते हुए पाए गए. पूछताछ में उन लोगों  ने बताया कि परवेज अहमद और विशाल चौधरी ने वर्क वीजा पर उन्हें न्यूजीलैंड, कुवैत और मध्य पूर्व एशिया के अन्य देशों में भेजने के लिए उनमें से प्रत्येक से 22 हजार रुपये लिए थे. अब वे ट्रेवल एजेंसी बंद करके चले गए हैं और पासपोर्ट वापस करने के लिए उनसे और पैसे की मांग कर रहे हैं. 

इसके बाद पुलिस ने पीड़ित माधव लाल और 5 और लोगों की शिकायत पर केस दर्ज किया. जांच के दौरान आरोपी परवेज अहमद को लक्ष्मी नगर मेट्रो स्टेशन के पास जाल बिछाकर  गिरफ्तार कर लिया गया. 

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पूछताछ के दौरान यूपी के मुरादाबाद जिले के रहने वाले परवेज ने अपना असली नाम मोहम्मद मोहसिन और उसके सहयोगी का नाम मो फरहाद बताया. उसने आगे खुलासा किया कि वह और उसका सहयोगी अपना असली पहचान छुपाकर "फोकस ट्रैवल्स" के नाम से एक ट्रैवल एजेंसी चला रहे हैं. कई राज्यों में उनके एजेंट हैं जो लोगों को वर्क वीजा पर विदेश भेजने का लालच देते हैं. एजेंट ऐसे लोगों को लक्ष्मी नगर स्थित कार्यालय में भेजते थे, जहां वे उन्हें कई विदेशी  कंपनियों के दस्तावेज दिखाकर पीड़ितों के नाम पर हवाई टिकट बुक करके उन्हें फंसाते थे. 

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इसके बाद आरोपी पीड़ितों के असली पासपोर्ट ले लेते थे और एक पीड़ित से 22000 से 35000 रुपये तक ले लेते थे. इस तरह इस गैंग ने करीब 150 लोगों के साथ ठगी कर अपनी ट्रेवल एजेंसी को बन्द कर दिया. आगे की जांच के दौरान आरोपी मोहम्मद के कहने पर पीड़ितों के कई पासपोर्ट, फर्जी वीजा, आपत्तिजनक दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी बरामद किए गए हैं.

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जांच के दौरान, यह भी पता चला कि आरोपी मोहम्मद फरहाद सहारनपुर का रहने वाला है और पहले भी इसी तरह के मामले में शामिल रहा है. आरोपी मोहसिन ने  12वीं तक पढ़ाई की है. वह दिल्ली के जाकिर नगर में इलेक्ट्रीशियन का काम करता था. आरोपी के पास से 101 पासपोर्ट,एक नकली आधार कार्ड और 51 नकली वीज़ा बरामद हुए हैं. 

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