दिल्ली के कारोबारी नवनीत कालरा को मिली बेल, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की कालाबाजारी का है आरोप

साकेत कोर्ट ने शनिवार को कालरा को जमानत (Navneet Kalra gets Bail) देने का फैसला किया. कालरा को दिल्ली में ऑक्सीजन संकट के दौरान ऊंचे दामों पर ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. 

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Oxygen concentrator की कालाबाजारी पर कोर्ट ने अपनाया था सख्त रुख (File)
नई दिल्ली:

दिल्ली के कारोबारी नवनीत कालरा (Delhi businessman Navneet Kalra gets Bail) को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की कालाबाजारी के मामले में जमानत मिल गई है. साकेत कोर्ट ने शनिवार को कालरा को जमानत देने का फैसला किया.कालरा दिल्ली के मशहूर खान चाचा रेस्टोरेंट का मालिक भी है. कालरा को दिल्ली में ऑक्सीजन संकट के दौरान ऊंचे दामों पर ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर बेचने (Oxygen Concentrator Black Marketing) के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. दिल्ली पुलिस का आरोप है कि कालरा ने जो ऑक्सीजन कंसंट्रेटर आयात कर ऊंचे दामों पर बेचे थे, वे घटिया किस्म के थे और उनसे कोरोना के मरीजों को ऑक्सीजन के मामले में कोई मदद नहीं मिल सकती थी. हालांकि कालरा ने इन आरोपों से इनकार किया है. उसने कहा है कि ये कंसेन्ट्रेटर सामान्य कारोबारी उद्देश्य से बेचे गए और ये अच्छी गुणवत्ता के थे.

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इससे पहले ईडी (ED) ने कालरा और उसके सहयोगी गगन दुग्‍गल के दिल्‍ली और गुरुग्राम स्थित 13 ठिकानों पर पिछले हफ्ते छापेमारी की थी. सूत्रों का कहना है कि इन दोनों से पिछले एक माह में चीन से 7,000 से अधिक ऑक्‍सीजन कंसंट्रेटर (concentrators) को आयात किया. यह दावा करते हुए कि ये जर्मन तकनीक से बने हैं और इन्‍हें ऊंची कीमत पर बेचा. ऑक्सीजन concentrators की कालाबाजारी के मामले में धनशोधन की जांच के तहत ये कार्रवाई की गई. संदेह है कि कारोबारी कालरा और उसके सहयोगियों ने कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान 7,000 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर का कारोबार किया.

कालरा के वकीलों ने कोर्ट में पहले ही कहा था कि उनके मुवक्किल.ने पुलिस के साथ जांच में.सहयोग किया है. कालरा के वकील का तर्क है कि अभिनेता सलमान खान ने भी यही मशीन आयात की है. उनका ट्विटर देखा जा सकता है. दिल्ली पुलिस ने कहा कि सलमान खान ने इसे मुफ्त में बांटा था, उन्होंने कोई व्यवसाय नहीं किया है. कालरा के वकील ने कहा कि  पुलिस ने कभी आयात करने को पूछताछ के लिए नहीं बुलाया, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की.

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पुलिस अधिकारियों ने इसे पुलिस कोविड केंद्रों के लिए खरीदा है. सरकार ने लालची लोगों के लिए नहीं, जरूरतमंद लोगों के लिए नीति उदार की थी. दावा है कि कंसेन्ट्रेटर्स प्रीमियम जर्मन गुणवत्ता के हैं. लेकिन दिल्ली पुलिस के मुताबिक, हमारे पास एम्स और श्रीराम लेबोरेटरी की रिपोर्ट है, जो इसे खारिज करती है. 

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