Exclusive: दिल्ली धमाके की आरोपी डॉ. शाहीन ने यूनिवर्सिटी में 2 महीने में सिर्फ एक क्लास ली, नहीं हुआ एक्शन

डॉ. शाहीन सईद की गिरफ्तारी के बाद, कॉलेज ने कश्मीर से आए एक नए प्रोफेसर को उनकी जगह नियुक्त किया है. छात्रों के साथ-साथ उनके परिवार में भी अपने भविष्य को लेकर गहरी चिंता है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
नई दिल्ली:

दिल्ली बम धमाके को लेकर फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी इन दिनों चर्चाओं में बनी हुई है. दिल्ली पुलिस ने इस धमाके को लेकर इस यूनिवर्सिटी की डॉक्टर शाहीन सईद को हिरासत में लिया है.डॉ. शाहीन सईद को हिरासत में लेने के बाद इस यूनिवर्सिटी के शैक्षणिक माहौल और प्रशासनिक प्रक्रियाओं में बड़ा बदलाव देखा जा रहा है . वहीं , आरोपित शिक्षिका, जिनका नाम बीते दिनों आतंकी जांच और अनुशासनहीनता से जोड़कर देखा गया, फिलहाल पुलिस की हिरासत में हैं और कई विभागीय बदलाव होने की सूचना है. 

गाड़ी, कॉलेज और शाहीन सईद... जानिए अंदर की बात

डॉ. शाहीन सईद ने 25 सितंबर को Brezza कार (नंबर Hr 87U9988) अपने नाम से ली थी और उस कार का उपयोग वे खुद ही करती थीं. अपने आवास से लेकर डिपार्टमेंट तक आने-जाने के लिए वे हमेशा इसी गाड़ी से सफर करती थीं. उनके डिपार्टमेंट में प्लास्टिक के दीवारें थीं, जिनके कारण डिपार्टमेंट के दूसरे रूम तक आवाज जाती थी. इसी वजह से डॉ. शाहीन ने अपने लिए कॉलेज परिसर में एक अलग कमरा अपने लिए चुना, जिसे अब कॉलेज प्रशासन ने सील कर दिया है. उनके पास हमेशा तसबीह, हदीस की किताब रहती थी. 

सीनियर की बातें नहीं सुनती थी शाहीन

सूत्रों की मानें तो बीते दो महीनों में शाहीन सईद ने सिर्फ एक ही दिन क्लास ली थी. उनका कॉलेज की कोर कमेटी में भी सदस्यता थी, इसके बावजूद उनपर अनुशासनहीनता के कई आरोप लगाए गए. प्रिंसिपल को यह शिकायतें मिलती थीं कि वे क्लास लेने से इनकार करती हैं और कॉलेज के अनुशासन का पालन नहीं करती थीं. हालांकि, प्रशासन ने उनपर तत्काल कोई कार्रवाई नहीं की.

गिरफ्तारी के बाद, कॉलेज ने कश्मीर से आए एक नए प्रोफेसर को उनकी जगह नियुक्त किया है. छात्रों के साथ-साथ उनके परिवार में भी अपने भविष्य को लेकर गहरी चिंता है. बहुत सारे अभिभावक कॉलेज प्रशासन से लगातार संपर्क में बने हुए हैं, जिससे विद्यार्थियों के शैक्षणिक भविष्य की रक्षा की जा सके. हालांकि कॉलेज प्रशासन ने शाहीन से पल्ला झाड़ लिया है. और देशविरोधियों के खिलाफ खड़े होने की बात की है.

डॉ. मुजम्मिल रोज़ आता था शाहीन के घर पर

डॉ. शाहीन सईद बिल्डिंग नंबर 5 की तीसरी मंजिल पर रहती थीं। उनके घर पर डॉ मुजम्मिल अक्सर आता था और Swift कार अक्सर वही चलाता था.जांच में सामने आया कि एक स्विफ्ट कार, जिसमें एक असाल्ट राइफल बरामद हुआ, ज़्यादातर वही मुजम्मिल द्वारा चलाई जाती थी और रोज़ सुबह तकरीबन 8 बजे तक डॉ शाहीन सईद के घर पर आता था. फिलहाल ब्रेजा कार यहीं बिल्डिंग में है और उसकी जांच पुलिस ने पूरी कर ली है. विभाग के कंप्यूटर ऑपरेटर को भी पुलिस ने पूछताछ के लिए डिटेन किया है.  

प्रशासनिक पूछताछ और छात्रों की चिंता

कॉलेज प्रशासन से पुलिस ने अब शाहीन की क्लास अटेंडेंस, शेड्यूल और पिछले दो महीने के रिकॉर्ड मांगे हैं, जिससे पता लगाया जा सके कि उन्होंने कितनी बार कक्षाएं ली थीं. इस पूरे मामले से छात्रों में अपने भविष्य को लेकर डर बना हुआ है और वे लगातार कॉलेज मैनेजमेंट और परिवार से सहायता की उम्मीद कर रहे हैं.

Advertisement

सम्पूर्ण विवाद का प्रभाव और आगे की राह

अल फलाह यूनिवर्सिटी का भवन, विभाग, प्रशासन और शिक्षकों की भूमिका फिलहाल जांच के दायरे में है. विश्वविद्यालय ने इस विवाद से खुद को अलग बताते हुए बयान जारी किया है कि वह पुलिस जांच में पूरी तरह सहयोग कर रहा है और छात्रों के हितों की रक्षा सुनिश्चित करेगा.

Featured Video Of The Day
Bihar EXIT POLL: एक्जिट पोल में किसकी सरकार? Prashant Kishor | Rahul Kanwal | Election Results