- लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास नेताजी सुभाष मार्ग पर ट्रैफिक सिग्नल के पास जोरदार धमाका हुआ था.
- धमाका शाम 6 बजकर 50 मिनट पर पीक आवर के दौरान हुआ, जब क्षेत्र में भारी भीड़ मौजूद थी.
- ब्लास्ट का सीसीटीवी फुटेज धमाके के तुरंत बाद आग का बड़ा गोला और अंधेरा दिखाता है.
सोमवार को हुए लाल किला करीब हुए कार ब्लास्ट का एक नया सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. इस फुटेज को देखने के बाद अंदाजा लगाया जा सकता है कि धमाका कितना भयानक रहा होगा. इस फुटेज में देखा जा सकता है कि लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास नेताजी सुभाष मार्ग पर एक ट्रैफिक सिग्नल पर जिस समय गाड़ियों की और ऑटो की लंबी लाइन लगी है, ठीक उसी समय एक जोरदार ब्लास्ट होता है. ब्लास्ट लाल किले के गेट के ठीक सामने रेड लाइट पर हुआ. धमाके का यह खौफनाक मंजर वहां लगे सीसीटीवी में कैद हो गया.
ब्लास्ट के समय थी जबरदस्त भीड़
धमाका होते ही आग का एक बड़ा सा गोला नजर आता है और कुछ सेकेंड के लिए अंधेरा छा जाता है. ब्लास्ट होते ही ट्रैफिक के ग्रीन होने के इंतजार में खड़ी कारें भी उसकी चपेट में आ जाती हैं. सीसीटीवी फुटेज में नजर आ रहा है कि ब्लास्ट शाम 6 बजकर 50 मिनट पर हुआ था. यह वह समय होता है जो पीक आवर के तौर पर जाना जाता है और जब ऑफिस से लेकर मार्केट से निकलने वालों की जबरदस्त भीड़ होती है. ब्लास्ट चांदनी चौक पर स्थित गौरी शंकर मंदिर और लाल किला मेट्रो 1 नंबर गेट के ठीक पास में हुआ था.
बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई सुरक्षा समिति की मीटिंग में इस ब्लास्ट को एक आतंकी घटना करार दे दिया गया है. जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि विस्फोटकों से लदी कार चला रहे डॉ. उमर नबी ने छह दिसंबर को बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी के मौके पर यहां हमला करने की योजना बनाई थी.
मामले की जांच जारी
सोमवार शाम को हुए विस्फोट की जांच में शामिल अधिकारियों ने कहा कि उमर और एक अन्य प्रमुख संदिग्ध डॉ. मुजम्मिल गनई ने 2021 में तुर्किये की अपनी यात्रा के दौरान प्रतिबंधित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के ‘ओवरग्राउंड वर्कर' से मुलाकात की थी. जांच अधिकारियों के अनुसार मुजम्मिल के मोबाइल फोन के डेटा के एनालिसिस से पता चला है कि उसने इस साल जनवरी में लाल किला क्षेत्र की कई बार रेकी की थी. पीएम मोदी ने लाल किले के निकट हुए विस्फोट में घायल लोगों से एलएनजेपी अस्पताल में मुलाकात की और कहा अपराधियों को न्याय के कठघरे में लाया जाएगा.
मुंबई की तरह दिल्ली को था दहलाना
जांच अधिकारियों का यह भी मानना है कि संदिग्ध 2008 में हुए मुंबई हमले जैसा हमला करना चाहते थे. जांच के दौरान यह भी पता चला है कि आतंकी दिवाली के दौरान भीड़भाड़ वाले इलाकों को भी निशाना बनाना चाहते थे, लेकिन ऐसा नहीं कर सके. दिल्ली में लाल किला ब्लास्ट की घटना के बाद जांच के दायरे में आई फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी ने बुधवार को कहा कि घटना के संबंध में गिरफ्तार किए गए उसके दो डॉक्टरों से उसका केवल पेशेवर संबंध है और वह इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से दुखी है.
राजधानी दिल्ली में जगह-जगह जारी है तलाशी अभियान
दिल्ली में सुरक्षा बढ़ी
लाल किला के निकट हुए विस्फोट के बाद दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा बढ़ा दी है. अधिकारियों ने नागरिकों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध वस्तु या गतिविधि की तुरंत पुलिस को जानकारी देने का आग्रह किया. संसद परिसर, कनॉट प्लेस और रेलवे स्टेशन जैसे संवेदनशील स्थानों के आसपास ऐसी उद्घोषणा सुनी गईं. पुलिस की टीम भीड़भाड़ वाले बाजारों और बस टर्मिनल में लाउडस्पीकर के माध्यम से लोगों से सतर्क रहने और लावारिस बैग या संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी नजदीकी पुलिस चौकी को देने का अनुरोध करती दिखीं.













