भूकंप के झटके आज सिर्फ दिल्ली-एनसीआर में ही नहीं बिहार के सीवान और बांग्लादेश तक में महसूस किये गए. हालांकि, दिल्ली में जहां भूकंप के झटके सुबह 5 बजकर 36 मिनट पर महसूस किये गए, वहीं सीवान में 8 बजकर 2 मिनट और बांग्लदेश में 8 बजकर 54 मिनट पर धरती हिली. यहां एक बात हैरान करने वाली है कि दिल्ली के लगभग ढाई घंटे बाद सीवान कांपा, लेकिन दोनों जगह भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4 मापी गई. हालांकि, बिहार में भूकंप के झटके हल्के महसूस किये गए. बांग्लादेश में भूकंप की तीव्रता 3.5 रही है.
दिल्ली से बांग्लादेश तक कांपी धरती
स्थान | समय | तीव्रता | गहराई |
दिल्ली | 05:36 AM | 4 | 5 km |
सीवान(बिहार) | 08:02 AM | 4 | 10 km |
बांग्लादेशः | 08:54 AM | 3.5 | 10 km |
दिल्ली के ढाई घंटे बाद बिहार का सीवान भी कांपा
दिल्ली के बाद बिहार में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) के अनुसार, सोमवार सुबह 8:02 बजे 4.0 तीव्रता का भूकंप आया. बिहार में भी आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.0 मापी गई, जबकि इसका केंद्र सीवान जिले में जमीन से 10 किलोमीटर नीचे स्थित था. एनसीएस ने पुष्टि की कि इस भूकंप का अक्षांश 25.93 और देशांतर 84.42 दर्ज किया गया.
बांग्लादेश की धरती भी हिली
बिहार के अलावा, सोमवार सुबह 8:54 बजे बांग्लादेश में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. यहां भूकंप की तीव्रता 3.5 मापी गई, जबकि इसका केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर नीचे स्थित था. एनसीएस के अनुसार, बांग्लादेश में आए भूकंप का अक्षांश 24.86 और देशांतर 91.94 दर्ज किया गया. भूकंप के झटकों से बिहार और बांग्लादेश में किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं है, लेकिन स्थानीय लोगों में डर का माहौल देखा गया. भूकंप के बाद लोग सतर्कता बरतते हुए घरों और कार्यालयों से बाहर निकल आए.
तेज आवाज के साथ हिली दिल्ली
राजधानी दिल्ली में भी सुबह 5.36 बजे के करीब भूकंप आया था. झटके इतने तेज थे कि इमारतें हिलने लगीं और लोग अपने घरों से बाहर निकल गए. पेड़ों पर बैठे पक्षी भी तेज आवाज के साथ इधर-उधर उड़ने लगे. राष्ट्रीय भूकंप केंद्र के अनुसार, तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.0 मापी थी. इसका केंद्र जमीन से महज पांच किलोमीटर की गहराई पर, 28.59 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 77.16 डिग्री पूर्वी देशांतर पर स्थित था. भूकंप की कम गहराई और इसका केंद्र दिल्ली में होने के कारण, दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में इसका अधिक प्रभाव महसूस किया गया. काफी समय बाद भूकंप का केंद्र दिल्ली में आया, जिससे यहां के लोगों को काफी देर तक झटके महसूस हुए.
क्यों आता है भूकंप?
भूकंप पृथ्वी की सतह के हिलने के कारण होती है. दरअसल, पृथ्वी की सतह कई टेक्टोनिक प्लेटों में बंटी हुई है. ये प्लेटें लगातार धीमी गति से चलती रहती हैं. इस दौरान जब ये प्लेटें आपस में टकराती हैं, रगड़ती हैं या एक-दूसरे के नीचे खिसकती हैं, तो तनाव पैदा होता है. जब यह तनाव एक निश्चित सीमा से अधिक हो जाता है, तो चट्टानें टूट जाती हैं और काफी ऊर्जा उत्पन्न होती है, जिससे भूकंप आता है.
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