दिल्ली में एक बार फिर से पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ (Delhi Encounter) का मामला सामने आया है. यह मुठभेड़ राजधानी के आउटर दिल्ली के भलस्वा डेरी इलाके में हुई. गुरुवार रात दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में पुलिस की गोली लगने से एक बदमाश मारा गया. मृतक बदमाश पुर्तगाल में बैठे गैंगस्टर छोटे भाऊ (Gangster Himanshu Bhau) का गुर्गा गोली है. गोली वांटेड लिस्ट में शुमार था, पुलिस काफी समय से उसकी तलाश कर रही थी. वह दिल्ली के तिलक नगर इलाके में हुई कई राउंड फायरिंग मामले में भी आरोपी था. पुलिस ने मुठभेड़ में छोटे डॉन भाऊ के गुर्गे 'गोली' को ढेर कर दिया, वहीं दूसरी जगह हुई मुठभेड़ में शूटर अभिषेक उर्फ चूरन को धर दबोचा.
मुठभेड़ में मारा गया हिमांशु भाऊ का गुर्गा 'गोली'
एनकाउंटर में मारा गया बदमाश गोली भारत से फरार होकर पुर्तगाल में बैठे गैंगस्टर हिमांशु भाऊ का शूटर था. मारे गए बदमाश की पहचान अजय उर्फ गोली के तौर पर हुई है, वह हरियाणा के सोनीपत का रहने वाला था. वहीं पुलिस की स्पेशल सेल ने अलीपुर में हुई एक अलग मुठभेड़ में हिमांशु भाऊ के एक अन्य शूटर चूरन को धर दबोचा. अभिषेक उर्फ चूरन तिलक नगर फ्यूजन कार शोरूम में वांटेड था. अब आपको बताते हैं कि आखिर हिमांशु भाऊ है कौन.
कौन है पुर्तगाल में बैठा हिमांशु भाऊ ?
गैंगस्टर हिमांशु भाऊ हरियाणा के रोहतक का रहने वाला है. उसकी उम्र 21 से 22 साल के बीच है. इंटरपोट ने उसके खिलाफ साल 2023 में रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था. हिमांशु भाऊ पर ढाई लाख रुपए का इनाम घोषित है. उस पर कथित तौर पर जाली पासपोर्ट के जरिए साल 2022 में भारत से भागने का आरोप है. उसकी आखिरी लोकेशन पुर्तगाल की मिली है, तो अंदेशा लगाया जा रहा है कि हिमांशु भाऊ पुर्तगाल में छिपा बैठा है. उसका नाम देश के टॉप 10 मोस्ट वांटेड गैंगस्टर्स की लिस्ट में शुमार है. हिमांशु भाऊ दर्जनों शूटर्स का सिंडिकेट चलाता है. उस पर मर्डर और वसूली जैसे आरोप है.
हिमांशु भाऊ के विरोधी और सहयोगी?
लॉरेंस बिश्नोई गैंग के साथ हिमांशु भाऊ की खास दुश्मनी है. दिल्ली के गैंगस्टर नीरज बवाना और नवीन बाली उसके सहयोगी गैंग हैं. विदेश में रहने वाले साहिल और योगेश काद्यान भी गैंगस्टर हिमांशु के काफी करीबी सहयोगी हैं.
30 आपराधिक मामलों में हिमांशु भाऊ की तलाश
हिमांशु भाऊ ज़ंगी जैसे एन्क्रिप्टेड चैट ऐप्स के जरिए अपने गुर्गों और टारगेट्स से जुड़ता है. हिमांशु इतना शातिर है कि अपनी ट्रैक्स लोकेशन छिपाने के लिए वह तकनीक का भरपूर फायदा उठाता है. करीब 30 आपराधिक मामलों में पुलिस हिमांशु भाऊ की तलाश कर कर रही है.