सर, मुझे कुछ नहीं पता था कि मेरे बच्चे के साथ ये सब हो जाएगा. मेरी तो पूरी दुनिया ही उजड़ गई है सर...अब मैं किसके गोद में खिलाऊंगा. ये कैसे हो गया...ये नहीं होना था सर...ये नहीं होना था...अब कहां से आएगा मेरा बच्चा...हमने उसे दो दिन पहले ही यहां एडमिट करवाया था. सर उसे तो ठीक होकर मेरी गोद में खेलना था. हम कल रात में ही तो उससे मिलकर अपने घर गए थे. मुझे मेरा बच्चा अब कैसे मिलेगा कोई ये बताओ ...मैं उसके बगैर नहीं रह पाऊंगी...विवेक विहार बेबी केयर सेंटर में लगी आग में जिन सात बच्चों की जलने से मौत हुई है उनमें से एक अनीता का भी बच्चा था.
अनीता अब इस सदमे को बर्दाश्त करने की हालत में नहीं है. उन्होंने इस घटना को लेकर NDTV से कहा कि मैंने तो अपने बच्चे को यहां इसलिए भर्ती कराया था क्योंकि ये इस इलाके में सबसे अच्छा सेंटर था. डॉक्टर ने कहा था कि मेरा बच्चा दो दिन में ही ठीक हो जाएगा. लेकिन अब वो हमसे कभी नहीं मिल पाएगा.
अनीता ने बताया कि मेरा बच्चा 17 दिन का था. उसे तेज बुखार था. इसी वजह से उसने अपने बच्चे को इस बेबी सेंटर में दो दिन पहले भर्ती कराया था. अनीता बताती हैं कि ऑपरेशन के बाद ये बच्चा हुआ था. बीते कुछ दिनों से उसकी तबीयत ठीक नहीं थी. जिस डॉक्टर ने अनीता का ऑपरेशन किया था उसने ही उसे इस बेबी केयर सेंटर के बारे में बताया था और कहा था कि अगर वह यहां अपने बच्चे को दिन रख लेगी तो उसके बच्चे का बुखार उतर जाएगा.
अनीता ने बताया कि जिस समय उसके बच्चे को यहां भर्ती कराया गया था उस दौरान उसे 105 डिग्री बुखार था. बेबी केयर सेंटर में 24 घंटे के लिए बेबी को रखने का चार्ज 6 हजार रुपये था. ये हमारे लिए थोड़ा महंगा था लेकिन हमने इसके बाद भी बच्चे को यहां रखा ताकि वह जल्दी ठीक हो जाए.