Delegation of Indian MPs: भारत पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद को वैश्विक मंच पर उजागर करने की रणनीति पर काम कर रहा है. पहलगाम हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर से भारत ने पाकिस्तान में मौजूद आतंकियों के 9 ठिकाने तबाह किए, इस कार्रवाई में 100 से अधिक मारे गए. अब भारत 'आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने के संदेश के साथ' सांसदों के प्रतिनिधिमंडल को विदेश में भेजने जा रहा है. दुनिया के अलग-अलग देशों का दौरा कर सांसदों का यह प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान के झूठ को बेनकाब करेगा. सासंदों के 7 डेलिगेट्स में सत्ता पक्ष के साथ-साथ विपक्ष के सांसद भी शामिल होंगे.
भारत के प्रमुख साझेदार देशों का दौरा करने वाले सांसदों के इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कौन करेगा? इसकी जानकारी सामने आ गई है. चार प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व सत्तारूढ़ दलों के नेता, जबकि तीन की अगुवाई विपक्षी दलों के नेता करेंगे.
सांसदों के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे ये 7 नेता
सरकार ने प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व करने के लिए जिन नेताओं का चयन किया है, उनमें सत्तारूढ़ दल भाजपा के रविशंकर प्रसाद और बैजयंत पांडा, शिवसेना के श्रीकांत शिंदे और JDU के संजय झा शामिल हैं तथा विपक्षी दलों से कांग्रेस के शशि थरूर, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) की कनिमोई, NCP (SP) की सुप्रिया सुले शामिल हैं.
मुखऱ और तेज-तर्रार वक्ताओं का किया गया चयन
सरकार ने प्रतिनिधिमंडल के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों के ऐसे नेताओं का सोच-विचार कर चयन किया है, जिन्हें मुखर माना जाता है. इन नेताओं में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के चार और विपक्षी ‘इंडिया' गठबंधन के तीन नेता शामिल हैं, जो सार्वजनिक जीवन में लंबे समय से सक्रिय रहने वाले वरिष्ठ सांसद हैं.
कांग्रेस सांसद शशि थरूर भी डेलिगेट्स को करेंगे लीड
विपक्ष ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत के मामले पर सरकार की कार्रवाई का समर्थन किया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री थरूर ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकवादियों के ठिकानों पर भारत के हमलों का बचाव और भारत-पाक संघर्ष पर सत्तारूढ़ गठबंधन (राजग) के सख्त रुख का समर्थन किया है.
मंत्री बोले- सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल जल्द साझेदार देशों का दौरा करेंगे
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘सबसे महत्वपूर्ण क्षणों में भारत एकजुट है. सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल जल्द ही प्रमुख साझेदार देशों का दौरा करेंगे. वे आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने के हमारे साझा संदेश को लेकर जाएंगे.''
रविशंकर प्रसाद की टीम गल्फ देशों का दौरा करेगी
रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल के सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन और अल्जीरिया का दौरा करने की उम्मीद है. जबकि सुप्रिया सुले की अगुवाई वाली सांसदों की टीम ओमान, केन्या, दक्षिण अफ्रीका और मिस्र की यात्रा करेगी.
संजय झा की टीम जापान, सिंगापुर, कोरिया जा सकती है
जदयू नेता संजय झा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल के जापान, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, मलेशिया और इंडोनेशिया (सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी वाला देश) का दौरा करने की संभावना है. सूत्रों ने बताया कि छह से सात सांसदों वाला प्रत्येक प्रतिनिधिमंडल चार से पांच देशों का दौरा कर सकता है.
विदेश जाने वाले सांसदों के डेलिगेट्स में कौन-कौन होगा शामिल
विदेश जाने वाले सांसदों के डेलिगेट्स में अनुराग ठाकुर, अपराजिता सारंगी, मनीष तिवारी, असदुद्दीन ओवैसी, अमर सिंह, राजीव प्रताप रूडी, समिक भट्टाचार्य, बृजलाल, सरफराज अहमद, प्रियंका चतुर्वेदी, विक्रमजीत साहनी, सस्मित पात्रा और भुवनेश्वर कलिता समेत विभिन्न दलों के सांसद इन प्रतिनिधिमंडलों का हिस्सा होंगे.
सलमान खुर्शीद भी जाएंगे, सुदीप बंदोपाध्याय ने हेल्थ इश्यू से टाली यात्रा
झा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल में पूर्व विदेश मंत्री और कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद को भी शामिल किया गया है. खुर्शीद अभी सांसद नहीं हैं. सरकार ने तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुदीप बंदोपाध्याय को भी प्रतिनिधिमंडल में शामिल होने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से इनकार कर दिया. इस व्यापक कूटनीतिक प्रयास का उद्देश्य विभिन्न देशों में, पहलगाम हमले पर भारत के रुख को रेखांकित करना है.
शशि थरूर बोले- इस जिम्मेदारी से सम्मानित महसूस कर रहा हूं
थरूर ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि वह देश का दृष्टिकोण प्रस्तुत करने के लिए पांच प्रमुख देशों में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने के लिए सरकार के निमंत्रण से ‘‘सम्मानित'' महसूस कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘जब राष्ट्रीय हित की बात होगी और मेरी सेवाओं की आवश्यकता होगी, तो मैं पीछे नहीं रहूंगा. जय हिंद!''
श्रीकांत शिंदे बोले- राष्ट्रीय हित की बात पर कोई मतभेद नहीं
श्रीकांत शिंदे ने ‘एक्स' पर कहा, ‘‘हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय को दृढ़ता से बताएंगे कि भारत में आतंकवाद के लिए कोई स्थान नहीं है, और पाकिस्तान अपनी धरती पर आतंकवाद को पाल रहा है. जब राष्ट्रीय हित की बात आती है, तो कोई मतभेद नहीं होता, केवल कर्तव्य होता है.''
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