रेड कॉरिडोर अब ग्रोथ कॉरिडोर बना...पुलिस स्मृति दिवस पर बोले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

पुलिस स्मृति दिवस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि नक्सलवाद अब खत्म होने की कगार पर है और “रेड कॉरिडोर” अब “ग्रोथ कॉरिडोर” बन गया है. उन्होंने कहा कि सशक्त पुलिस ही सशक्त राष्ट्र की नींव है और उनके समर्पण से देश सुरक्षित है.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • राजनाथ सिंह ने कहा कि नक्सलवाद अब धीरे-धीरे इतिहास बनने की ओर बढ़ रहा है और नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं
  • नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पुलिस बलों को आधुनिक तकनीक और सुविधाओं से लैस किया जा रहा है: राजनाथ सिंह
  • राष्ट्रीय पुलिस स्मारक की स्थापना पुलिसकर्मियों के बलिदान को याद रखने और सम्मान देने के लिए किया गया है
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
नई दिल्ली:

पुलिस स्मृति दिवस के मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि नक्सलवाद अब धीरे-धीरे इतिहास बनने की ओर बढ़ रहा है. उन्होंने कहा, “नक्सलियों के विरुद्ध अभियान की सफलता का आंकलन इस बात से किया जा सकता है कि जो नक्सली पहले राज्य के खिलाफ हथियार उठाते थे, आज वही आत्मसमर्पण कर विकास की मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं.”

राजनाथ सिंह ने शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि देश आज इसलिए सुरक्षित है क्योंकि पुलिस और सुरक्षा बल हर खतरे के आगे डटे रहते हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने न सिर्फ देश की सुरक्षा को मज़बूत किया है बल्कि पुलिस बलों को आधुनिक तकनीक और सुविधाओं से लैस किया है.

उन्होंने बताया कि 2018 में ‘राष्ट्रीय पुलिस स्मारक' (National Police Memorial) की स्थापना भी इसी उद्देश्य से की गई थी कि पुलिसकर्मियों के बलिदान को याद रखा जाए. राजनाथ सिंह ने कहा कि अब पुलिस बल ड्रोन, सर्विलांस सिस्टम, फॉरेंसिक लैब और डिजिटल पोलिसिंग जैसे आधुनिक संसाधनों से लैस हैं.

नक्सल प्रभावित इलाकों का ज़िक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, “जो इलाके पहले नक्सलियों के आतंक से कांपते थे, आज वहां स्कूल, सड़कें और अस्पताल बन चुके हैं. रेड कॉरिडोर अब ग्रोथ कॉरिडोर बन चुका है.”उन्होंने कहा कि यह सफलता सिर्फ सरकार की नहीं बल्कि पुलिस, CRPF, BSF और स्थानीय प्रशासन के समर्पित प्रयासों की देन है.

राजनाथ सिंह ने आगे कहा, “सेना देश की भौगोलिक अखंडता की रक्षा करती है, तो पुलिस भारत की सामाजिक अखंडता की रक्षा करती है.” उन्होंने जोर देकर कहा कि सशक्त पुलिस ही सशक्त राष्ट्र का निर्माण कर सकती है, और समाज तथा पुलिस के बीच पारस्परिक विश्वास ही सुरक्षा की असली नींव है. उन्होंने यह भी कहा कि अगर नागरिक रात को चैन की नींद सो पाते हैं, तो इसका कारण है कि उन्हें भरोसा है सीमा पर सेना है और मोहल्ले में पुलिस मुस्तैद है.

Featured Video Of The Day
Nitish Hijab Row: थम नहीं रहा बिहार का हिजाब विवाद! नुसरत का पता नहीं! कब ज्वाइन करेंगी नौकरी?
Topics mentioned in this article