रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिकी इंटेलिजेंस चीफ तुलसी गबार्ड से मुलाकात की 

अमेरिका की राष्ट्रीय खुफिया की निदेशक तुलसी गबार्ड भारत की ढाई दिन की यात्रा पर रविवार तड़के राष्ट्रीय राजधानी आईं. यह अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन के किसी शीर्ष अधिकारी की भारत की पहली उच्चस्तरीय यात्रा है.

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राजनाथ ने गबार्ड के साथ बैठक में अमेरिका में एसएफजे की गतिविधियों पर चिंता जताई.
नई दिल्ली:

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को नई दिल्ली में संयुक्त राज्य अमेरिका की राष्ट्रीय खुफिया की निदेशक तुलसी गबार्ड के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ हुई बैठक के बाद जारी संयुक्त वक्तव्य से प्रेरणा लेते हुए, आपसी चर्चाओं में भारत-अमेरिका द्विपक्षीय आपसी  रक्षा साझेदारी  की  लगातार बढ़ती ताकत की पुष्टि की गई. दोनों नेताओं ने इस बात पर विशेष चर्चा की कि दोनों देशों के बीच  नीतिगत सुरक्षा व्यापक वैश्विक सहयोग का एक महत्वपूर्ण स्तंभ बनी हुई है.

राजनाथ  सिंह और तुलसी गाबार्ड ने अपनी मुलाकात में आगे भारत और अमेरिका के बीच सैन्य अभ्यास, आपसी सहयोग, रक्षा औद्योगिक आपूर्त्ति  श्रृंखलाओं के एकीकरण और सूचनाओं का परस्पर साझाकरण , खास तौर पर समुद्री क्षेत्र में अब तक हुई प्रगति की समीक्षा की.

दोनों नेताओं ने अति आधुनिक रक्षा और विशिष्ट टेक्नोलॉजी में सहयोग के लिए संभावनाओं पर विमर्श किया. यह दोनों देशों के बीच की रणनीतिक कल्याण को आगे बढ़ाने के लिए उनकी आपसी साझा की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. इसके अलावा दोनों नेताओं ने आपसी लचीलापन और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए अंतर देशीय संचालन एवं रक्षा टेक्नोलॉजी आपूर्ति श्रृंखलाओं को बढ़ावा देने जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर गहन विमर्श किया.

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रक्षा मंत्री ने भारतीय संस्कृति और विरासत के प्रति उनकी सद्भावना और प्रशंसा के लिए निदेशक, अमेरिकी खुफिया एजेंसी के प्रति हार्दिक आभार जताया और यह भी कहा कि ऐसी भावनाएं ही भारत और अमेरिका के बीच मित्रता के बंधन को और अधिक मजबूत बनाती है.

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