ये बिल्ली को दूध की रखवाली देने जैसा... संयुक्त राष्ट्र के किस फैसले पर भड़के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

पाकिस्तान को 'आतंकवाद का जनक' बताते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि उसने हमेशा आतंकवादियों को पनाह दी है, उन्हें प्रशिक्षण दिया है और अपनी धरती पर कई तरह की मदद की है.

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नई दिल्ली:

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र के हाल के सालों में लिए गए कई फैसलों पर सवाल उठाए गए हैं. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा पाकिस्तान को आतंकवाद निरोधी पैनल का उपाध्यक्ष बनाए जाने का जिक्र किया. पैनल का गठन अमेरिका में 9/11 हमले के बाद किया गया था. राजनाथ सिंह देहरादून में पाकिस्तान के आतंकी ढांचे को खत्म करने के विषय पर आयोजित एक सार्वजनिक कार्यक्रम में बोल रहे थे.

रक्षा मंत्री ने कहा, "यह किसी से छिपा नहीं है कि पाकिस्तान ने उस हमले के मास्टरमाइंड को पनाह दी थी. यह एक तरह से बिल्ली को दूध की रखवाली देने जैसा है."

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद से सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर रवैया और कार्रवाई का तरीका बदल दिया है.

राजनाथ सिंह ने कहा कि इसका सबसे ताजा और बेहतरीन उदाहरण ऑपरेशन सिंदूर है, जिसे उन्होंने भारतीय इतिहास में आतंकवाद के खिलाफ सबसे बड़ी कार्रवाई बताया.

वहीं पाकिस्तान को 'आतंकवाद का जनक' बताते हुए उन्होंने कहा कि उसने हमेशा आतंकवादियों को पनाह दी है, उन्हें प्रशिक्षण दिया है और अपनी धरती पर कई तरह की मदद की है.

उन्होंने कहा कि आतंकवादी बुनियादी ढांचे को खत्म करने के लिए, आज विश्व में आतंकवाद को वित्तपोषित और आश्रय देने वाले देशों को बेनकाब करना भी महत्वपूर्ण है.

रक्षा मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान को मिलने वाली वित्तीय सहायता का एक बड़ा हिस्सा आतंकवाद पर खर्च किया जाता है और दुनिया अब इस पर ध्यान दे रही है. लेकिन यह जरूरी है कि संयुक्त राष्ट्र, जिस पर 'आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में बड़ी जिम्मेदारी है' उसी नजरिए से काम करे.

उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से हाल के सालों में संयुक्त राष्ट्र के कई फैसलों पर सवाल उठाए गए हैं.

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