- पीएम नरेंद्र मोदी ने भूटान में कहा कि दिल्ली ब्लास्ट के गुनहगारों को बख्शा नहीं जाएगा
- गौरतलब है कि दिल्ली ब्लास्ट के बाद गृह मंत्री अमित शाह लगातार बैठकें कर रहे हैं
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियां दिल्ली ब्लास्ट की जांच कर रही है
पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली के लाल किला ब्लास्ट के गुनहगारों को साफ-साफ चेतावनी दी है. पीएम मोदी ने भूटान में आज कहा कि इसके गुनहगारों को बख्शा नहीं जाएगा. वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ब्लास्ट की एजेंसियां जांच कर रही है और किसी को बख्शा नहीं जाएगा. रक्षा मंत्री ने कहा कि वो सभी पीड़ित परिवारों को ये भरोसा दिलाते हैं कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. खास बात ये है कि भारत ने कई बार कहा कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है. ऐसे राजनाथ सिंह के बयान को उसी सख्ती से जोड़कर देखा जा रहा है. गृह मंत्री अमित शाह भी देश के सभी बड़ी एजेंसियों के साथ बैठक करके इस घटना की पूरी जानकारी ले चुके हैं. भारत सरकार कई बार कह चुकी है कि अभी ऑपरेशन सिंदूर खत्म नहीं हुआ है, ऐसे में दिल्ली ब्लास्ट के गुनहगारों को क्या सजा मिलेगी, इसपर सबकी नजरें हैं.
आनन-फानन में किया धमाका?
फरीदबाद में भारी भरकम विस्फोटकों की बरामदगी के ठीक बाद शाम को दिल्ली में धमाका हुआ है. माना जा रहा है कि घटना को अंजाम देने वाले लोगों ने आनन-फानन में यह धमाका किया है. सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा एजेंसियां इसलिए भी चौकन्नी हैं कि हाल ही में लश्कर-ए-तैयबा के भारत में बड़े पैमाने पर आतंकी हमलों की प्लानिंग बनाने की बात सामने आई थी. हाल ही में एक वीडियो में लश्कर कमांडर सैफ ने दावा किया कि हाफिज सईद खाली नहीं बैठा है संगठन अब बांग्लादेश के रास्ते भारत में घुसपैठ करने की तैयारी कर रहा है.
बांग्लादेश में लॉजिस्टिस सपोर्ट
सूत्रों ने बताया कि खुफिया एजेंसियों को इनपुट मिले हैं कि लश्कर ने बांग्लादेश में लॉजिस्टिक सपोर्ट नेटवर्क तैयार करना शुरू कर दिया है. इसका उद्देश्य है भारत के पूर्वी राज्यों- विशेषकर असम, पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा में आतंकी गतिविधियां बढ़ाना.
ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं
सूत्रों ने बताया कि लश्कर की इन नई तैयारियों के पीछे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का भी अप्रत्यक्ष समर्थन बताया जा रहा है. सरकार दो बातें पहले ही कई बार दोहरा चुकी है. पहली यह कि देश के अंदर कोई भी आतंकी हमला अब एक्ट ऑफ वॉर समझा जाएगा, दूसरी यह कि ऑपेरशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है.यह भी साफ है ऑपेरशन सिंदूर के बाद जैश और लश्कर के आतंकी कैंप अब भारत से दूर खैबर पख्तूनख्वा में शिफ्ट किए जा चुके हैं. अफगान सीमा पर सटे यह सारे स्थान भारत की सीमा से लगभग 350 किलोमीटर से अधिक दूर नहीं हैं. वायुसेना प्रमुख और अन्य अधिकारी यह कह चुके हैं कि कोई भी आतंकी कैम्प वायुसेना के रेंज से बाहर नहीं है.














