पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने आज क्षेत्रीय पंचायती राज्य परिषद (Kshetriya Panchayati Raj Parishad) कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये संबोधित किया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को भाजपा के 'जिला पंचायत' सदस्यों से विभिन्न विकास पहलों को जन-आंदोलन बनाने के लिए काम करने का आग्रह किया और कहा कि 2047 तक भारत को विकसित देश बनाने के लिए ''हर गांव, तहसील और जिले में विकास का दीपक जलाना है.''
पीएम ने कहा, हमें हर जिले के स्तर को ऊपर ले जाना है
इस दौरान पीएम ने कहा कि हमें हर जिले के स्तर को ऊपर ले जाना है. इसके लिए 5 साल के लिए लक्ष्य तय करें. प्रधानमंत्री ने जिला पंचायत सदस्यों से हर साल तीन परियोजनाओं को प्राथमिकता के तौर पर लेने के लिए बैठकें आयोजित करने का आग्रह किया. उन्होंने यह भी कहा कि स्थानीय निकायों के लिए कोष कई गुना बढ़ गया है और संसाधन कोई बाधा नहीं हैं.
प्रधानमंत्री के संबोधन के दौरान भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद
गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों के स्थानीय निकाय सदस्यों की 'क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद' को वर्चुअल रूप से संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 'सबका साथ, सबका विकास' भाजपा के लिए केवल एक नारा नहीं है और उन्हें इसे हर पल आत्मसात करना चाहिए. यह सम्मेलन दादर और नगर हवेली और दमन एवं दीव में आयोजित किया जा रहा है, जहां प्रधानमंत्री के संबोधन के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद थे.
30 हजार से ज्यादा नए जिला पंचायत भवन बना चुके हैं: पीएम
पीएम का कहना है कि साल भर में हमें 4-5 अवसर ऐसे निकालने चाहिए, जिसमें सरकार के नेतृत्व में, पंचायत के नेतृत्व में पूरे जिले का जन सामान्य उससे जुड़ जाए. इस कार्यक्रम में पीएम ने परिसंपत्ति निर्माण के लिए मनरेगा बजट के एक हिस्से का उपयोग करने पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा, "पहले 70 हजार करोड़ रुपये का अनुदान मिलता था, आज वह 3 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया है. हम 30 हजार से ज्यादा नए जिला पंचायत भवन बना चुके हैं.
हम संगठन में विश्वास करते हैं: पीएम
इसके आगे पीएम ने ये भी कहा कि हम संगठन में विश्वास करते हैं, हम संस्कारों में विश्वास करते हैं, हम समर्पण में विश्वास करते हैं और हम सामूहिकता के संस्कारों के साथ सामूहिक जिम्मेदारी के साथ आगे बढ़ें और जो जिम्मेदारी मिले उसके लिए निरंतर अपनी योग्यता और अपना कौशल बढ़ाते जाएं. पहले मुख्यमंत्री और फिर प्रधानमंत्री के रूप में अपने अनुभव का हवाला देते हुए मोदी ने कहा कि स्थानीय निकायों में विभिन्न पदों पर कार्यरत लोगों को प्राथमिकता के तौर पर अपने गांवों और जिलों के लिए कुछ काम करना चाहिए तथा लोगों का समर्थन प्राप्त करके इसे सफल बनाने के लिए हरसंभव प्रयास करना चाहिए. पीएम ने कहा कि केंद्र में सत्ता में आने पर उन्होंने शौचालय बनाने और गरीबों के लिए बैंक खाते खोलने का फैसला किया.
पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए 13 हजार करोड़ का प्रारंभिक बजट
आपको बता दें कि 15 अगस्त को लाल किले पीएम ने पीएम विश्वकर्मा योजना' शुरू करने की घोषणा की थी. इसका जिक्र करते हुए पीएम ने रहा कि 13 हजार करोड़ रुपये का एक प्रारंभिक बजट बनाया और पीएम विश्वकर्मा योजना को मंजूरी दी. 17 सितंबर को एक बड़ा समारोह करके इस योजना को आगे बढ़ाने वाले हैं. इससे 30 लाख परिवारों को लाभ मिलेगा.
2047 तक भारत को विकसित देश बनाने की दिशा में कदम
यह उल्लेख करते हुए कि स्थानीय निकायों के भाजपा सदस्य इसी तरह की कार्यशालाएं आयोजित करते रहे हैं, पीएम ने कहा कि पार्टी चुनाव जीतने के लिए ऐसा नहीं कर रही, बल्कि 2047 तक भारत को विकसित देश बनाने की दिशा में काम कर रही है.