हल्द्वानी हिंसा में मरने वालों की संख्या छह हुई, दंगाइयों को देखते ही गोली मारने का आदेश

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हालात का जायजा लेने के लिए हल्द्वानी पहुंचे, क्षेत्र में कर्फ्यू लगाया गया

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हल्द्वानी हिंसा में मरने वालों की संख्या छह हुई, दंगाइयों को देखते ही गोली मारने का आदेश
हल्द्वानी के हिंसा प्रभावित क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया है.
नई दिल्ली:

उत्तराखंड के हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में अवैध मदरसा तोड़े जाने के दौरान भड़की हिंसा में मरने वालों की संख्या छह हो गई है. अधिकारियों ने बताया कि हालात पर काबू पाने के लिए क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया है जबकि दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं .

हल्द्वानी के नगर पुलिस अधीक्षक हरबंस सिंह के मुताबिक घटना में छह व्यक्तियों की मौत हुई है. उन्होंने बताया कि एक पत्रकार सहित सात घायलों का शहर के विभिन्न अस्पतालों में उपचार चल रहा है. अस्पतालों में भर्ती कराए गए करीब 60 घायलों में से ज्यादातर को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई.

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शुक्रवार को हालात का जायजा लेने के लिए हल्द्वानी पहुंचे. गुरुवार को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान प्रशासन और पुलिस कर्मियों पर पथराव किया गया था. पुलिस ने बलप्रयोग करके हालात पर काबू पाया था. हिंसा में करीब 300 लोग घायल हो गए.  

हिंसा की घटना के बाद हल्द्वानी में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है और आसपास के इलाके की पुलिस हाई अलर्ट पर है. मौके पर उत्तराखंड पुलिस के अलावा पैरामिलिट्री फोर्स को भी तैनात किया गया है. 

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बनभूलपुरा में हिंसा के बाद हालात का जायजा लिया. उन्होंने हल्द्वानी के अस्पताल में पीड़ितों से मुलाकात की. धामी ने हिंसा में घायल हुए पुलिसकर्मियों और पत्रकारों से भी मुलाकात की.

पुष्कर सिंह धामी ने कहा, "न्यायालय के आदेश पर अतिक्रमण हटाने का काम चल रहा था. अतिक्रमण हटाने के दौरान हमला हुआ है. कल हमारी महिला कर्मियों को मारा पीटा गया है, पत्थरों और बंदूकों से उन पर हमला किया है. इसके बारे में जितना खराब कहा जाए वह कम है. उत्तराखंड देवभूमि है, यहां कभी ऐसा नहीं हुआ है. इन्होंने देवभूमि की हवा खराब करने का काम किया है. 

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उन्होंने कहा कि, पत्रकारों के साथ मारपीट हुई है, बुरी तरह से उनके कैमरे तोड़े गए हैं. पत्रकारों को जिंदा आग में झोंकने तक का प्रयास किया गया है. कानून अपना काम करेगा. जिन लोगों ने भी सरकारी संपत्ति जलाई है उन पर कार्रवाई की जाएगी."

धामी ने कहा कि, "वहां पर सुनियोजित तरीके से प्रशासन के लोगों पर हमला हुआ, जान से भी मारने की कोशिश की गई. सख्ती से कार्रवाई की जाएगी. जिन्होंने यह गलत काम किया है उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी."

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पुलिस बनभूलपुरा में उपद्रव में शामिल लोगों को चिन्हित करके उन पर मुकदमा दर्ज कर रही है. सुरक्षा के मद्देनजर पूरे शहर को छावनी में बदल दिया गया है. एसएसपी, डीएम समेत जिले के वरिष्ठ अधिकारी घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं. पूरे इलाके में कर्फ्यू भी लगा दिया गया है. 

गौरतलब है कि गुरुवार को थाना बनभूलपुरा के पास मलिक के बगीचे में अवैध मदरसे और नमाज स्थल को तोड़ने के दौरान जमकर हंगामा हुआ था. नगर निगम की टीम जब जेसीबी लेकर पहुंची तो वहां मौजूद उपद्रवियों ने प्रशासन, पुलिस और पत्रकारों पर पथराव किया. इसस कई पुलिसकर्मी और पत्रकार घायल हो गए. 

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(इनपुट भाषा से भी)

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