बिहार में भले सामाजिक न्याय की सरकार हो लेकिन सामंती विचार के लोगों का मनोबल अभी भी ऊंचा है. ख़ासकर अभी राज्य के कई ज़िलों में लगता है क़ानून का राज नहीं बल्कि ऊंची जाति या दबंग लोगों की समानांतर न्याय व्यवस्था चलती है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासन पर सवाल उठाता ऐसा वीडियो राज्य के औरंगाबाद ज़िले से आया है जहां ऊंची जाति के एक प्रत्याशी ने मुखिया चुनाव में अपनी हार का ठीकरा दलित समुदाय के लोगों पर फ़ोड़ते हुए उन्हें पहले कान पकड़कर उठक बैठक करवायी फिर थूक चटवाया. और इसकी वीडियो रिकॉर्डिंग भी की. वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो कुटुम्बा प्रखंड के डुमरी पंचायत के सिंघना गांव का बताया जा रहा है.
वीडियो में चुनाव हारे मुखिया प्रत्याशी बलवंत सिंह गांव के दो वोटरों अनील कुमार और मंजीत कुमार को बेरहमी से पीट रहा है. दोनों को लगातार पीटे जा रहा है. पिटाई के साथ फरमान भी सुना रहा है, वोटरों से साफ कह रहा है कि थुक चाटो. साथ ही दोनों वोटरों से उठक बैठक भी करा रहा है. मुखिया आपत्तिजनक बातें भी कह रहा है. एक युवक को वह थूक भी चटवा रहा है.
हालांकि आरोपी पक्ष का कहना है कि दोनों युवक शराब पीकर हंगामा कर रहे थे. इसलिए नशा टूटने के बाद उन लोगों से उठक-बैठक लगवाई गई. दोनों अक्सर शराब पीकर लोगों से गाली-गलौज करते हैं. लेकिन वीडियो में कही जा रही बातें कुछ और ही कहानी कह रही हैं. वीडियो के वायरल होते ही पुलिस हरकत में आ गई. औरंगाबाद के एसपी कांतेश कुमार मिश्रा के निर्देश पर अंबा पुलिस ने आरोपी बलवंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया. एसपी ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है.
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