साइक्लोन यास (Cyclone Yaas) बुधवार को सुबह करीब 5:30 बजे के आसपास धर्मा पोर्ट और बालासोर (Balasore) के बीच भारतीय तट से टकराएगा. लैंडफॉल के दौरान साइक्लोन यास की रफ्तार 185 किलोमीटर प्रति घंटे तक रहने का अंदेशा है. मौसम विभाग के डीजी डॉ एम महापात्रा ने NDTV से कहा कि "बुधवार को सुबह 5:30 बजे से 11:30 बजे तक साइक्लोन यास की रफ्तार 185 किलोमीटर प्रति घंटे रह सकती है. बुधवार को दोपहर में साइक्लोन यास पारादीप और सागर आइसलैंड के बीच नार्थ ओडिसा कोस्ट को क्रॉस कर जाएगा."
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अथॉरिटी ने साइक्लोन यास के असर से निपटने के लिए अस्पतालों और स्वास्थ्य विभागों को दिशा निर्देश जारी किए हैं. उन्हें कहा गया है कि हर प्रभावित इलाके में अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में ऑक्सीजन और पावर की सप्लाई बहाल रखने के लिए कंटेंजेंसी प्लान तैयार रखा जाए.
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अथॉरिटी के सदस्य डॉ कमल किशोर ने NDTV से कहा, "साइक्लोन यास से प्रभावित होने वाले इलाकों में पावर और ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था बहाल रखना बेहद महत्वपूर्ण होगा और इसके लिए अस्पतालों और स्वास्थ्य विभागों को जरूरी सलाह और निर्देश जारी किए गए हैं. उन्हें ऑक्सीजन और पावर की सप्लाई बहाल रखने के लिए हर संभव कंटेंजेंसी प्लान तैयार रखना होगा."
साइक्लोन यास का असर पांच राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश पर होने की आशंका है और इसके लिए नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स ने रिकॉर्ड 115 टीमों को 5 राज्यों में तैनात किया है. NDRF के डीजी एसएन प्रधान ने कहा कि "अभी तक साइक्लोन यास से प्रभावित होने वाले सभी 5 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में 115 टीमों को तैनात किया गया है. इनमें से 52 टीमें ओडिशा में और 45 टीमें पश्चिम बंगाल में तैनात की गई हैं."
एनडीआरएफ के डायरेक्टर जनरल के मुताबिक अब तक पश्चिम बंगाल में 800000 और ओडिशा में डेढ़ लाख के आसपास लोगों को तटीय इलाकों से हटाया जा चुका है.