राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अथॉरिटी ने साइक्लोन यास (Cyclone Yaas) के असर से निपटने के लिए अस्पतालों और स्वास्थ्य विभागों को दिशा निर्देश जारी किए हैं. उनसे कहा गया है कि हर प्रभावित इलाके में अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में ऑक्सीजन और पावर की सप्लाई बहाल रखने के लिए कंटेंजेंसी प्लान तैयार रखा जाए.
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अथॉरिटी के सदस्य डॉ कमल किशोर ने एनडीटीवी से कहा कि साइक्लोन यास से प्रभावित होने वाले इलाकों में पावर और ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था बहाल रखना बेहद महत्वपूर्ण होगा और इसके लिए अस्पतालों और स्वास्थ्य विभागों को जरूरी सलाह और निर्देश जारी किए गए हैं.
उन्होंने कहा कि उन्हें ऑक्सीजन और पावर की सप्लाई बहाल रखने के लिए हर संभव कंटेंजेंसी प्लान तैयार रखना होगा जिससे कि यह व्यवस्था चक्रवाती तूपान यास के तट के टकराने के बाद भी बहाल रखी जा सके.
एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान ने कहा है कि अभी तक साइक्लोन यास से प्रभावित होने वाले सभी 5 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में 115 टीमों को तैनात किया गया है. इनमें से 52 टीमें ओडिशा में और 45 टीमें पश्चिम बंगाल में तैनात की गई हैं.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक यास से प्रभावित होने वाले तटीय इलाकों से अब तक दो लाख लोगों को हटाया गया है. लक्ष्य सात लाख लोगों को हटाने का है. ओडिशा में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अधिकारियों के साथ चक्रवात को लेकर हालात की समीक्षा की.