ताउते तूफान (Cyclone Tauktae) से हुए हादसे से हुई मौतों की जांच के आदेश दिए गए हैं. नौवहन निदेशालय (DG Shipping) ने मर्चेन्टशिप कानून के तहत casualties investigation inquiry के आदेश दिए हैं. मुम्बई से सटे पालघर जिले में तारापुर के पास 10 नॉटिकल माइल समंदर के अंदर एक टग संगीता फंस गई थी. टग बोट पर 10 चालक सदस्य थे ,जो भूखे प्यासे और डरे हुए थे. सूचना मिलते ही भारतीय तटरक्षक दल की जहाज सम्राट ने 18 मई की शाम वहां पहुँचकर पानी, भोजन और दवाई पंहुचाई और टग को किनारे सुरक्षित ठिकाने तक लाने के लिये दूसरे टग की व्यवस्था की. टग पर सवार सभी 10 चालक दल सुरक्षित हैं.
मुंबई पुलिस ने भी जांच की घोषणा की है - तूफान की चेतावनी के बावजूद क्षेत्र में पी-305 बजरा क्यों था? पी-305 जहाज के डूबने से हुई मौतों के संबंध में बुधवार को एडीआर (आकस्मिक मृत्यु रिपोर्ट) दर्ज की गई है.
ताउते का कहर: चार दिनों से ONGC के 38 कर्मी अब भी लापता, नौसेना का सर्च अभियान जारी
बता दें कि बजरा पी-305 चक्रवाती तूफान ‘ताउते' के कारण मुंबई के तट से कुछ दूरी पर अरब सागर में फंस गया था और फिर डूब गया था. नौसेना ने आज बृहस्पतिवार को भी हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं और हवाई मार्ग से तलाश एवं बचाव अभियान चला रही है. ओएनजीसी के 38 कर्मी अभी भी लापता हैं.
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पी-305 पर मौजूद लोगों में से अब तक 37 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं. बेहद खराब मौसम से जूझते हुए नौसेना के जवानों ने बजरे पी305 पर मौजूद 261 लोगों में से अब तक 188 को बचा लिया है, दो लोगों को 'टगबोट' वारप्रदा से बचाया गया है.