पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में चक्रवाती तूफान 'रेमल' के पहुंचने के एक दिन बाद सोमवार को भारी तबाही देखने को मिल रही है. तूफान के यहां पहुंचने पर बीती रात 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चली थीं. इस चक्रवाती तूफान ने बंगाल के सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच के तटीय इलाकों पर भारी तबाही मचाई. 'रेमल' के पहुंचने की प्रक्रिया की शुरुआत रविवार रात साढ़े आठ बजे से शुरू हुई थी.
तूफान ने प्रभावित इलाकों की संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचाया है. भीषण चक्रवाती तूफान "रेमल" के आने से पहले विभिन्न पूर्वोत्तर राज्यों में आपदा प्रबंधन अधिकारियों और सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. चक्रवात को देखते हुए पूर्वी और दक्षिण पूर्वी रेलवे ने एहतियात के तौर पर दक्षिण और उत्तर 24 परगना और पूर्व मेदिनीपुर जिले के तटीय जिलों में कई ट्रेन सेवाएं रद्द कर दी हैं. इस समय चक्रवात केंद्र के आसपास 110-120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही है.
तूफान के असर की वजह से हवाओं की रफ्तार 135 किमी प्रति घंटे तक पहुंच गई. कोलकाता हवाई अड्डे के अधिकारियों ने चक्रवात ‘रेमल' के संभावित प्रभाव के कारण रविवार दोपहर से 21 घंटे के लिए उड़ान संचालन निलंबित करने का फैसला किया है. इससे घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें मिलाकर कुल 394 उड़ान प्रभावित हुई.
(भाषा इनपुट्स के साथ)
Cyclone Remal Live Updates:
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने किया प्रभावित इलाके का दौरा
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने राजभवन के रैपिड एक्शन फोर्स के साथ चक्रवात 'रेमल' से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और हालात का जायजा लिया.
छत हवा में उड़ गयीं, पेड़ उखड़ गये और बिजली के खंभे भी धराशायी
'रेमल' से तटीय इलाकों को हुई क्षति को साफ तौर पर देखा जा सकता है. झोपड़ियों की छत हवा में उड़ गयीं, पेड़ उखड़ गये और बिजली के खंभे गिर गये, जिस कारण कोलकाता सहित राज्य के कई हिस्सों में बिजली की आपूर्ति प्रभावित हुई.
सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच के तटीय इलाकों पर भारी तबाही
चक्रवाती तूफान रेमल ने बंगाल के सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच के तटीय इलाकों पर भारी तबाही मचाई. 'रेमल' के पहुंचने की प्रक्रिया की शुरुआत रविवार रात साढ़े आठ बजे से शुरू हुई थी. तूफान ने कई बुनियादी सरंचनाओं और संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचाया है.
तूफान के असर से चली बेहद तेज हवाएं
तूफान के असर की वजह से बीती रात प्रभावित इलाके में 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चली थीं.
रेमल से पश्चिम बंगाल में कई जगहों पर तबाही
पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में चक्रवाती तूफान 'रेमल' के पहुंचने के एक दिन बाद सोमवार को भारी तबाही का मंजर दिखा. तूफान के यहां पहुंचने पर बीती रात बेहद ही तेज रफ्तार से हवाएं चली थीं.
बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में भूस्खलन शुरू
आईएमडी ने एक्स पर पोस्ट कर जानकारी दी, "गंभीर चक्रवाती तूफान 'रेमल' कैनिंग (पश्चिम बंगाल) से अब बस लगभग 80 किमी दूर है. सिस्टम बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटों को पार कर रहा है, उत्तर की ओर बढ़ रहा है और धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है. चक्रवात जमीन में प्रवेश कर रहा है. बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में भूस्खलन की प्रक्रिया जारी है और अगले 2 घंटों तक जारी रहेगी.
तूफान के कारण बंगाल के कई हिस्सों में भारी बारिश
बंगाल और ओडिशा के कई शहरों में चल रही है तेज हवा
लैंडफॉल की हुई शुरुआत
चक्रवाती तूफान ‘रेमल’के लैंडफॉल की शुरुआत हो गयी है. यह प्रक्रिया अगले 2-3 घंटे तक चलेगा. मौसम विभाग की तरफ से लैंडफॉल की शुरुआत होने की पुष्टि की गयी है.
बंगाल के राज्यपाल बोस ने लोगों से सतर्क रहने के लिए कहा
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ. सी वी आनंद बोस ने राज्य के तटीय इलाकों में गंभीर चक्रवात रेमल के टकराने को लेकर चिंता व्यक्त की और कहा कि वह स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए हैं. बोस ने कहा कि वह आसन्न चक्रवात के मद्देनजर एक समन्वित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के वास्ते राज्य और केंद्रीय विशेषज्ञों के साथ लगातार संपर्क में हैं. बोस ने बंगाल के तटीय क्षेत्रों में निवासियों के लिए सुरक्षा के महत्व पर जोर दिया और उनसे चक्रवात के लिए निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का पालन करने का आग्रह किया.
चक्रवात ‘रेमल’: PM मोदी ने तैयारियों की समीक्षा के लिए बैठक की अध्यक्षता की
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चक्रवाती तूफान ‘रेमल’से निपटने को लेकर की गई तैयारियों की समीक्षा के लिए रविवार को बुलाई गई बैठक की अध्यक्षता की. चक्रवाती तूफान के बांग्लादेश और इसके पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल के बीच के समुद्र तटों पर करीब आधी रात को दस्तक देने की आशंका है. प्रचंड चक्रवात के कारण पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों और कोलकाता में भारी बारिश हुई है. सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने चक्रवात ‘रेमल’ को लेकर प्रतिक्रिया और इससे निपटने के लिए की गई तैयारियों की समीक्षा के लिए बैठक की अध्यक्षता की.
बंगाल के तटीय इलाकों से एक लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेजा गया
पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा गंभीर चक्रवात 'रेमल' के आसन्न प्रभाव से निपटने के लिए एहतियाती उपायों के तहत सुंदरबन और सागर द्वीप सहित तटीय क्षेत्रों से लगभग 1.10 लाख लोगों को निकालकर सुरक्षित आश्रयों तक पहुंचाया जा रहा है. अधिकारी ने बताया कि इन प्रयासों में तेजी लाने के लिए, राज्य आपदा प्रबंधन और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 16-16 बटालियन को तटीय क्षेत्रों में तैनात किया गया है.
चक्रवात रेमल की दस्तक से पहले बंगाल में हवाई, रेल, सड़क यातायात प्रभावित
चक्रवात रेमल के आगमन से पहले रविवार को कोलकाता और दक्षिण बंगाल के अन्य हिस्सों में हवाई, रेल और सड़क परिवहन में व्यवधान पैदा हुआ है और सोमवार को भी ऐसे ही हालात रहने की आशंका है. कोलकाता हवाई अड्डे के अधिकारियों ने ऐहतियात के तौर पर रविवार दोपहर से 21 घंटे के लिए उड़ान संचालन निलंबित कर दिया है। इसके अलावा, पूर्वी और दक्षिण पूर्वी रेलवे ने कई ट्रेन रद्द कर दी हैं.
अगले 2-3 घंटों में लैंडफॉल की हो सकती है शुरुआत
मौसम विभाग की तरफ से जारी रिपोर्ट के अनुसार अगले 2-3 घंटे में चक्रवाती तूफान ‘रेमल’का लैंडफॉल शुरु हो सकता है. पिछले 06 घंटों के दौरान 16 किमी प्रति घंटे की गति के साथ लगभग उत्तर की ओर बढ़ रहा है. वर्तमान में चक्रवात केंद्र के आसपास 110-120 किमी प्रति घंटे से लेकर 135 किमी प्रति घंटे की अधिकतम निरंतर हवा की गति बनी हुई है.
चक्रवात ‘रेमल’: त्रिपुरा ने चार जिलों में रेड अलर्ट जारी किया
त्रिपुरा सरकार ने भीषण चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ के मद्देनजर रविवार को राज्य के चार जिलों- दक्षिण, धलाई, खोवाई और पश्चिम में रेड अलर्ट जारी किया. इस चक्रवाती तूफान के आधी रात तक बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के बीच के समुद्र तट पर दस्तक देने की संभावना है. राजस्व सचिव ब्रृजेश पांडे ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुख्य सचिव ने ‘रेमल’ चक्रवात से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए सभी हितधारकों के साथ आपदा प्रबंधन की राज्य कार्यकारी समिति की बैठक बुलाई. बैठक में राजस्व, मौसम विभाग, भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण और सुरक्षाबलों के अधिकारी शामिल हुए. ’’
बंगाल में चेन से बांध दी गईं ट्रेनें
रेमल' भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है. IMD के अनुसार रविवार आधी रात तक बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटों पर दस्तक देने का अनुमान है. हावड़ा के शालीमार रेलवे स्टेशन पर चक्रवात 'रेमल' के पहुंचने से पहले एहतियात के तौर पर एक रेलकर्मी ट्रेन को जंजीरों से ट्रैक से बांधता हुआ दिख रहा है.
सुंदरवन के क्षेत्र में विशेष तैयारी
सुंदरवन के प्रत्येक ब्लॉक में 12 राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया दल और राज्य आपदा प्रतिक्रिया दल पहले से ही तैयार हैं. संदेशखाली हिंगलगंज क्षेत्र पर अतिरिक्त ध्यान है. सिंचाई, विद्युत व स्वास्थ्य विभाग ने भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर रखी है. पीने के पानी के 50 हजार पैकेट की व्यवस्था की गई है. सूखे भोजन के पैकेट पर्याप्त मात्रा में स्टोर किए गए हैं. कुछ लोगों को स्कूलों व राहत शिविरों में ले जाया गया है.
बांग्लादेश ने चक्रवात ‘रेमल’ को लेकर निकासी अभियान शुरू किया
बांग्लादेश ने प्रचंड चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ से निपटने की तैयारियों के तहत रविवार को जोखिम वाले इलाकों के निवासियों की निकासी का अभियान शुरू कर दिया. चक्रवाती तूफान के रविवार शाम या आधी तक पहुंचने की आशंका है जिससे देश के तटीय जिलों सतखीरा और कॉक्स बाजार क्षेत्र में समुद्र में ऊंची लहरें उठने और भारी बारिश होने की संभावना है.
राहत और बचाव अभियान के लिए आईसीजी अलर्ट
भारतीय तट रक्षक (आईसीजी) ने समुद्र में जान-माल के नुकसान को रोकने के लिए एहतियातन कदम उठाए हैं तथा हल्दिया और पारादीप में मछली पकड़ने वाले पोतों और वाणिज्यिक पोतों को सतर्क कर दिया गया है. आईसीजी ने हल्दिया, फ्रेजरगंज, पारादीप और गोपालपुर में खोज और बचाव अभियानों के लिए आपदा राहत दलों के अलावा पोत और विमान भी तैयार रखे हैं.