प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोमवार को चक्रवात बिपरजॉय (Cyclonic Biparjoy) से संबंधित हालात की समीक्षा की और अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि चक्रवात बिपरजॉय के रास्ते में संवेदनशील स्थानों में रहने वाले लोगों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित की जाए. यह चक्रवात बृहस्पतिवार को गुजरात के कच्छ क्षेत्र में दस्तक दे सकता है. प्रधानमंत्री ने आसन्न चक्रवात से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए केंद्र और गुजरात सरकार की तैयारियों की समीक्षा के लिए यहां एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की.
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के एक बयान में कहा गया है कि उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव उपाय करने का निर्देश दिया कि संवेदनशील स्थानों में रहने वाले लोगों को राज्य सरकार द्वारा सुरक्षित रूप से निकाला जाए.
मोदी ने बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य और पेयजल जैसी सभी आवश्यक सेवाओं के रखरखाव को सुनिश्चित करने और किसी भी तरह की क्षति होने की स्थिति में उन्हें तुरंत बहाल करने का भी निर्देश दिया.
प्रधानमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि जानवरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए और उन्होंने हफ्ते में सातों दिन 24 घंटे चलने वाले नियंत्रण कक्ष स्थापित करने का आदेश दिया.
बैठक में बताया गया कि गृह मंत्रालय चौबीसों घंटे स्थिति की समीक्षा कर रहा है और राज्य सरकार और संबंधित केंद्रीय एजेंसियों के संपर्क में है.
पीएमओ ने बताया कि एनडीआरएफ की 12 टीम नावों, पेड़ काटने के उपकरणों और संचार उपकरणों के साथ तैनात है तथा 15 और टीमों को तैयार रखा गया हैं.
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