अरब सागर से उठा तूफान बिपरजॉय (Cyclone Biparjoy) गुजरात के तट से टकरा गया है. मौसम विभाग ने कहा है कि लैंडफॉल आधी रात तक जारी रहेगा. लैंडफॉल के साथ ही गुजरात में भारी बारिश हो रही है. तेज हवा चल रही है. मौसम विभाग ने तूफान के चलते सौराष्ट्र, द्वारका और कच्छ के समुद्री तट के लिए रेड अलर्ट जारी किया है.गुजरात के 7 जिलों और 450 से अधिक गांवों में अलर्ट है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्री से हालात का जायजा लिया है.
मौसम विभाग के महानिदेशक डॉ मृत्युंजय महापात्र के मुताबिक मध्य रात्रि तक लैंडफॉल जारी रहेगा. गुजरात सरकार ने कच्छ-सौराष्ट्र में समुद्र तट के पास वाले 7 जिलों से करीब 1 लाख से अधिक लोगों को निकालकर शेल्टर होम भेजा है. गुजरात में NDRF की 19 टीमें तैनात हैं. तूफ़ान बिपरजॉय के चलते कच्छ, द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, मोरबी, राजकोट और जूनागढ़ में नुकसान की आशंका है. आज सौराष्ट्र और उत्तर गुजरात में भारी बारिश का अनुमान है. तूफान बिपरजॉय के चलते 9 राज्य भी अलर्ट पर हैं. इनमें गुजरात, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र और गोवा शामिल हैं.
Here are the Live Updates on Cyclone Biparjoy:
चक्रवात 'बिपारजॉय' के कच्छ के तट से टकराने के बाद तेज हवाएं चलने के कारण देवभूमि द्वारका जिले में कई पेड़ उखड़े गए. इनकी चपेट में आकर तीन लोग घायल हुए हैं. उन्होंने बताया कि कच्छ जिले के जखौ और मांडवी कस्बों के पास कई पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए, जबकि घर के निर्माण में इस्तेमाल होने वाली टिन की चादरें उड़ गईं.
गुजरात के प्राचीन द्वारकाधीश मंदिर को चक्रवात 'बिपारजॉय' के मद्देनजर दर्शनार्थियों के लिए बृहस्पतिवार को बंद कर दिया गया है. द्वारकाधीश मंदिर समूह अपने बाहरी परिसर के साथ भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के तहत एक संरक्षित स्थल है. देवभूमि द्वारका जिले की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, द्वारका में मुख्य मंदिर को 'जगत मंदिर' या 'त्रिलोक सुंदर' के रूप में जाना जाता है.
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के लैंडफॉल की शुरुआत हो चुकी है. गुजरात के कई हिस्सों में तेज हवा के कारण कई पेड़ उखड़ गए हैं. यह तस्वीर गुजरात के जामनगर की है.
भारत के मौसम विभाग का कहना है कि गुजरात के जखाऊ पोर्ट और पाकिस्तान के करांची से होकर इस तूफान का 'आई ऑफ साइक्लोन' गुजरेगा. इस कारण इन क्षेत्रों में भारी नुकसान की संभावना है. उस समय हवा की रफ्तार 140 किलोमीटर तक हो सकती है. आई ऑफ साइक्लोन गुजरात तट से लैंडफॉल की शुरुआत होने के लगभग 4 घंटे बाद गुजरेगा.
लैंडफॉल की प्रक्रिया शुरू हो गई है ... आईएमडी का कहना है कि आधी रात तक लैंडफॉल प्रक्रिया जारी रहेगी.
आईएमडी के महानिदेशक डॉ मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि मुंबई से दूरी अधिक होने की कारण बिपरजॉय का असर मुंबई में खास नहीं होगा. इसका प्रभाव गुजरात और राजस्थान में अधिक होगा. राजस्थान में 16-17 जून को भारी बारिश हो सकती है और हवाओं की रफ्तार 50-60 किमी प्रति घंटे की रहने का अनुमान है.
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के 15 जून की शाम तक जखाऊ तट के पास टकराने की आशंका व्यक्त की गई है. तटीय क्षेत्र में तैनात बीएसएफ ने इस संकट के घड़ी में सीमावर्ती क्षेत्र के ग्रामीणों की मदद के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए हैं.
चक्रवाती तूफान 'बिपारजॉय' के गुरुवार शाम के बाद लैंडफॉल की शुरुआत होगी. लैंडफॉल से पहले गुजरात के मांडवी में तेज हवाएं और भारी बारिश हो रही है.
चक्रवात 'बिपरजॉय' गुजरात के तट से टकराने वाला है. इससे पश्चिम रेल का सौराष्ट्र और कच्छ का रूट प्रभावित हो सकता है इसलिए एक तरफ जहां उस रूट से गुजरने वाली 76 रेल गाड़ियों को रद्द और 36 रेल गाड़ियों को शॉर्ट रूट कर दिया गया है वहीं ढाई हजार के करीब रेल कर्मियों को सभी उपकरणों के साथ तैनात किया गया है. ताकि जैसे ही किसी नुकसान की जानकारी मिले वो मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू कर सके. ये सब तेजगति से हो और सभी विभागों में समन्वय हो इसलिए पश्चिम रेलवे के मुंबई मुख्यालय में बाकायदा वॉर रूम बनाया गया हैं जिससे प्रभावित इलाके के रेल विभाग के अधिकारी भी लगातार जुड़े हुए हैं.
चक्रवात बिपारजॉय के गुजरात की ओर बढ़ने और बृहस्पतिवार रात समुद्र तट पर उसके पहुंचने से पहले राज्य प्रशासन ने कहा कि आठ तटीय जिलों में रह रहे 94,000 से अधिक लोगों को अस्थायी शिविरों में पहुंचाया जा चुका है. गुजरात सरकार की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि अब तक 94,427 लोगों को निकाला गया है. करीब 46,800 लोगों को कच्छ जिले में सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. इसके अलावा, देवभूमि द्वारका में 10,749, जामनगर में 9,942, मोरबी में 9,243, राजकोट में 6,822, जूनागढ़ में 4,864, पोरबंदर में 4,379 और गिर सोमनाथ जिले में 1,605 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.