दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की साइबर सेल ने बुल्ली बाई ऐप (Bulli Bai App) और सूली डील्स ऐप (Sulli Deals App) मामले में पटियाला हाउस कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दिया है. पुलिस ने इस मामले में ओंकारेश्वर ठाकुर और नीरज बिश्नोई को आरोपी बनाया है. पुलिस ने कुल 2700 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है. 2000 पेज बुल्ली बाई और 700 पेज सुल्ली डील्स की है.
पुलिस ने नीरज बिश्नोई को बुल्ली बाई ऐप लिए मुख्य आरोपी बनाया गया है, जबकि सुल्ली डील्स के लिए ओंकारेश्वर ठाकुर को आरोपी बनाया गया है. पुलिस ने चार्जशीट 4 मार्च को दाखिल की थी. बता दें कि इन मोबाइल ऐप्लीकेशन (ऐप्स) के जरिए सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरों को बिना उनकी मंजूरी के इस पर नीलामी के लिए डाला गया था.
इस साल की शुरुआत में पुलिस ने सुल्ली डील्स ऐप्स बनाने के आरोपी ओंकारेश्वर ठाकुर को इंदौर से दबोचा था. दिल्ली पुलिस ने बुल्ली बाई ऐप के मास्टरमाइंड नीरज बिश्नाई से हुई पूछताछ के आधार पर उसे पकड़ा था. ‘बुल्ली बाई' ऐप के मास्टर माइंड नीरज बिश्नोई की उम्र 21 है. उसे दिल्ली पुलिस ने असम के जोरहाट से पकड़ा था.
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बीटेक सेकेंड ईयर का छात्र बिश्नोई अपने इंजीनियरिंग कॉलेज वीआईटी भोपाल के सीहोर (मध्य प्रदेश) में कभी क्लासेस लेने नहीं गया. ऑनलाइन पढ़ाई के जरिये ही उसने टेक्नोलॉजी की बारीकियां सीखीं.
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ओंकारेश्वर 25 साल का है और इंदौर के न्यूयॉर्क सिटी टाउनशिप का निवासी है. उसने आईपीएस एकेडमी इंदौर से बीसीए किया था. दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम यूनिट द्वारा गिरफ्तारी के वक्त ओंकारेश्वर घर पर ही था. ओंकारेश्वर के अनुसार, GitHub पर ग्रुप के सभी मेंबर का संपर्क था. उसे ट्विटर अकाउंट पर ऐप को भी शेयर किया था. ओंकारेश्वर का कहना है कि समूह के सदस्यों की मदद से मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें अपलोड की गई थीं.