छत्तीसगढ़ के बीजापुर नक्सली हमले पर सीआरपीएफ के महानिदेशक (डीजी) कुलदीप सिंह (Director General of CRPF) ने तमाम मुद्दों पर अपनी राय रखी है. छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले के बाद एक लापता जवान के नक्सलियों के हाथों बंधक होने पर भी सोशल मीडिया में खबरें आ रही हैं. कहा जा रहा है कि माओवादी सरकार के साथ मध्यस्थों के जरिए अपनी मांगें मनवाने की कोशिश में हैं. इससे जुड़े तमाम पहलुओं पर सीआरपीएफ डीजी कुलदीप सिंह से NDTV संवाददाता राजीव रंजन ने बात की.
सीआरपीएफ डीजी ने कहा, “नक्सलियों की ओर से एक बयान जारी किया गया है, जो सोशल मीडिया में फैल रहा है. जवान की फोटो भी आई है, उस हिसाब से नक्सलियों ने आखिरी लाइन में सरकार से कहा है कि कोई मध्यस्थ नियुक्त किया जाए, उसके जरिये वो बात करके जवान को मुक्त करेंगे. कुलदीप सिंह ने कहा, हम ये बात केंद्र और राज्य सरकार के संज्ञान में लाए हैं. केंद्र और राज्य सरकार जैसा कहेगी, उस हिसाब से कार्रवाई करेंगे.
सोशल मीडिया की सूचना पर भरोसा
सीआरपीएफ डीजी ने कहा, हम ये कन्फर्म नही कर सकते कि जवान नक्सलियों के कब्जे में है. सोशल मीडिया में जो आया है. उसी को मान रहे है और कोई सूचना तो नही है. अगर गलत भी है तो इसको सही मानकर आगे बढ़ रहे हैं सीआरपीएफ महानिदेशक ने कहा, जब भी हमारे पास नक्सलियों को लेकर कोई सूचना आएगी तो कारवाई तो करेंगे ही. अगर अंदर की खबर आई और हमारी तैयारी नही है या रास्ते मे नाला है तो ऐसे सूचना होने के बावजूद थोड़े दिन के लिये टाल देते है.
ऑपरेशन फेल नहीं, कोई चूक नहीं
डीजी बोले, अगर जवान को लेकर कोई खुफिया सूचना आएगी तो उसके हिसाब से प्लानिंग करेंगे. अभी ऐसी कोई सूचना नही है. ये ऑपरेशन फेल नहीं था. किसी भी तरह से चूक नही थी. हमें खबर थी कि नक्सलियों की मौजूदगी वहां है, उसी हिसाब से प्लानिंग की गई. जब वहां से लौट रहे थे, तब लौटते वक्त घात लगाकर इन पर हमला हुआ. जवानों ने इसका जवाब दिया. दोनों का नुकसान हुआ. चार घंटे तक हम लड़े और इसको ऑपरेशनल विफलता बिल्कुल नही कहेंगे, बल्कि यह सफल रहा है.
नाकाम होते तो बड़ी संख्या में नक्सली न मारे जाते
खुफिया विफलता भी नही है और ना ही ऑपरेशन की है. अगर विफलता होती तो बहुत संख्या में नक्सली के मारे जाने की खबर नही होती. नक्सलियों को बड़ा नुकसान हुआ है. दो ट्रैक्टर भरकर वे अपने घायल जवानों और नक्सलियों के शवों को लेकर गए थे। उससे ऐसा लगता है कि उन्हें बड़ा नुकसान हुआ है। इतने बड़े ऑपरेशन में नुकसान आता ही है। जमकर हमारे लोग लड़े है.
हिडमा हर बार नहीं बचेगा
हिडमा (Naxalite commander Hidma) हर बार नही बचेगा और किसी बार तो कार्रवाई में आएगा. अगर उसमे हिम्मत है तो सुकमा में करे और रायपुर में आकर करे. जंगल मे क्यों कर रहा है, हमे नही लगता कि उनको पब्लिक सपोर्ट कर रही है. अगर ऐसा होता तो जंगलों में हमारे कैंप नही होते, जल्द ही खुफिया सूचना के आधार पर बड़ी कार्रवाई होगी
नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी
डीजी बोले, नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई अनवरत जारी रहेगी. हम हमेशा तैयार रहते हैं. किसी भी कार्य को अंजाम देने का. खुफिया सूचना मिलने पर हालात के मुताबिक काम करते हैं, जिसने यह किया है उसे छोड़ा नही जाएगा.
लापता जवान पर NDTV से बोले CRPF डीजी – कन्फर्म नहीं कर सकते कि जवान नक्सलियों के कब्जे में है