द्रौपदी मुर्मू की जीत में हुई क्रॉस वोटिंग ने खोली विपक्षी एकता की पोल

असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने बताया कि राज्य में एनडीए के 79 विधायक हैं. जबकि वहां मुर्मू को 104 वोट मिले. यानी वहां विपक्ष के 25 विधायकों ने मुर्मू को वोट दिया है.

विज्ञापन
Read Time: 24 mins

सबसे अधिक क्रॉस वोटिंग असम में हुई है.

नई दिल्ली:

द्रौपदी मुर्मू राष्ट्र की 15वीं राष्ट्रपति बन गई हैं. उन्हें कुल 64.03 प्रतिशत वोट मिले हैं. खबर है कि उनके पक्ष में जबर्दस्त क्रॉस वोटिंग हुई है. बीजेपी नेताओं के मुताबिक विपक्ष के 17 सांसदों ने क्रॉस वोटिंग की है. जबकि बड़ी संख्या में विपक्ष के विधायकों ने भी मुर्मू के पक्ष में वोट डाले हैं. बीजेपी नेताओं का दावा है कि सौ से भी अधिक विपक्षी विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है. सबसे अधिक क्रॉस वोटिंग असम में हुई है. असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने बताया कि राज्य में एनडीए के 79 विधायक हैं. जबकि वहां मुर्मू को 104 वोट मिले. यानी वहां विपक्ष के 25 विधायकों ने मुर्मू को वोट दिया है.

असम कुल विधायकों की संख्या 126 है. जिसमें से 124 विधायकों ने इस चुनाव में मतदान किया और दो विधायकों ने किसी कारण मतदान नहीं किया. असम में बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के विधायकों की संख्या 79 हैं. लेकिन द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में 104 वोट पड़े यानी मुर्मू के पक्ष में 25 विधायकों ने क्रॉस वोट किया.

वहीं, दूसरे नंबर पर मध्य प्रदेश है. वहां मुर्मू को 16 वोट अधिक मिले. बीजेपी के मध्य प्रदेश में 130 विधायक हैं और कांग्रेस के 96. वहां द्रौपदी मुर्मू को 146 और यशवंत सिन्हा को 79 विधायकों ने वोट दिया. यानी 16 विधायकों ने क्रॉस वोट किया. ऐसे में स्पष्ट है कि मध्यप्रदेश में द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में जबर्दस्त क्रॉस वोटिंग हुई.

Advertisement

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों को धन्यवाद दिया. एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को हर राज्य से वोट मिला जबकि यशवंत सिन्हा को आंध्र प्रदेश, नागालैंड और सिक्किम से कोई वोट नहीं मिला. पश्चिम बंगाल में बीजेपी के 77 विधायक जीत कर आए थे. आठ टीएमसी में चले गए. बाकी बचे 69 विधायकों को बीजेपी ने चुनाव से पहले होटल में बंद कर वोट डालने की ट्रेनिंग दी. वहां द्रौपदी मुर्मू को 71 विधायकों ने समर्थन दिया. यानी दो वोट अतिरिक्त मिले.

Advertisement

यशवंत सिन्हा को अपने गृह राज्य झारखंड में 81 में से केवल 9 विधायकों के वोट मिले. वहां बड़ी संख्या में कांग्रेस के विधायकों ने मुर्मू को वोट दिया. जबकि द्रौपदी मुर्मू को अपने गृह राज्य ओडीशा में 147 में से 137 विधायकों के वोट हासिल हुए. महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे को विश्वास मत में 164 विधायकों का समर्थन मिला था जबकि द्रौपदी मुर्मू को वहां 181 विधायकों का वोट मिला. शिवसेना के दोनों गुटों ने उन्हें वोट दिया और कुछ विपक्षी दलों के विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की.

Advertisement

राज्यवार क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों की संख्या इस तरह है -

  • असम - 25
  • मध्य प्रदेश - 16
  • महाराष्ट्र - 16
  • गुजरात - 10
  • झारखंड - 10
  • छत्तीसगढ़ - 6
  • बिहार - 6
  • मेघालय - 7
  • गोवा - 4
  • हिमाचल प्रदेश - 2
  • हरियाणा और अरुणाचल प्रदेश 1-1

यह भी पढ़ें -
-- दिल्ली जा रही इंडिगो की फ्लाइट में एक यात्री ने बैग में बम होने का दावा किया, पटना में गिरफ्ता

-- सीएम योगी से मुलाकात के बाद राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने अपना इस्तीफा वापस लिया

Advertisement
Topics mentioned in this article