पटना: बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन में शामिल भाकपा माले ने उपमुख्यमंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव के साथ बैठक के दौरान प्रदेश की 40 लोकसभा सीटों में से पांच पर चुनाव लड़ने की अपनी मंशा जाहिर की है. भाकपा माले द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि राजद नेता यादव के साथ बुधवार शाम को हुई बैठक के दौरान उसने उन्हें अपनी मंशा से अवगत करा दिया है. भाकपा माले के एक प्रतिनिधिमंडल ने यादव से मुलाकात की थी जिनमें उसकी पोलित ब्यूरो के तीन सदस्य शामिल थे.
कुछ महीने पहले भाकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद से मुलाकात की थी. भट्टाचार्य ने बैठक के बाद कहा था कि उनकी पार्टी बिहार के सारण, गया और शाहाबाद मंडल की सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है लेकिन उन्होंने किसी निश्चित संख्या का खुलासा करने से परहेज किया था .
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू द्वारा ‘इंडिया' गठबंधन के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे में हो रही देरी पर बार-बार चिंता व्यक्त किए जाने के बावजूद इसे अबतक अंतिम रूप नहीं दिया जाना राज्य में चर्चा का एक विषय बना हुआ है.
बिहार में लोकसभा की कुल 40 सीटें हैं और सत्तारूढ़ गठबंधन में आठ दल शामिल हैं. बिहार विधानसभा में संख्या बल के आधार पर महागठबंधन में राजद के पास सबसे अधिक विधायक हैं और उसके बाद जदयू, कांग्रेस, भाकपा माले, भाकपा और माकपा हैं.
राज्य की 243 सदस्यीय विधानसभा में भाकपा माले के 12 सदस्य हैं और इसे लोकसभा सीट जीते हुए कई साल हो गए हैं. नाम न छापने की शर्त पर महागठबंधन के एक नेता ने कहा, ‘‘भाकपा ने भी संकेत दिया है कि वह तीन लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है. हो सकता है कि माकपा भी अपना हिस्सा चाहती हो. इन दावों ने हमें असमंजस में डाल दिया है. इन्हें केवल तभी समायोजित किया जा सकता है जब हमारे पास 50 के करीब सीटें हों.''
तेजस्वी यादव के साथ बैठक के बाद भाकपा माले ने अपने बयान में जदयू नेताओं को सीट बंटवारे पर अनावश्यक बयानों से बचने की सलाह दी, क्योंकि इससे गठबंधन की छवि खराब होती है.