कोरोनावायरस के नए वेरिएंट डेल्टा प्लस की चिंताओं के बीच पंजाब ने अपने यहां कोविड प्रतिबंध 10 जुलाई तक बढ़ाने का फैसला किया है.गौरतलब है कि पंजाब में इस समय कोरोना के 3600 से अधिक एक्टिव केस हैं. राज्य में अब तक कोरोना के 5,95,136 सामने आ चुके हैं जबकि करीब 16 हजार लोगों की मौत कोरोना संक्रमण के कारण हुई है.देश में अब तक कोरोनावायरस के डेल्टा प्लेस वेरिएंट (Delta plus variant) के अब तक 40 से अधिक केस मिले हैं, इसमें सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र (20) में रिकॉर्ड हुए हैं. तमिलनाडु में 9 और मध्यप्रदेश में इस वेरिएंट के 7 केस मिले हैं जबकि केरल में यह संख्या तीन है.
कोरोनावायरस का हर वेरिएंट सबसे पहले महाराष्ट्र में क्यों दिख रहा, विशेषज्ञों ने बताई वजह..
पंजाब और गुजरात में डेल्टा वेरिएंट के दो-दो केस हैं. आंध्र प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान, कर्नाटक और जम्मू में इस वेरिएंट का एक-एक केस है. हालांकि सरकार ने कहा कि इस बार वेरिएंट का प्रसार अभी तक 'स्थानीय स्तर पर' ही है.इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के डीजी डॉ. बलराम भार्गव ने कहा, '10 दिनों में पता लग जायेगा कि डेल्टा प्लस पर वैक्सीन कितनी कारगर है.
विशेषज्ञों का मानना है कि यह वेरिएंट, कोरोना की तीसरी लहर का कारण बन सकता है.डेल्टा प्लस वेरियंट (Delta plus variant) को लेकर केंद्र ने आठ राज्यों को चिट्ठी लिखकर दिए अहम निर्देश दिए हैं. केंद्र सरकार (Central Government) की ओर से आंध्र प्रदेश, गुजरात, हरियाणा,जम्मू-कश्मीर, पंजाब, कर्नाटक, राजस्थान और तमिलनाडु को यह चिट्ठी लिखी गई है, इसमें इन राज्यों को कहा गया है कि जिलों और समूहों में तत्काल रोकथाम के उपाय करें, जिसमें भीड़ और लोगों का आपस में मिलने जुलने पर रोक, बड़े स्तर पर टेस्टिंग, तत्काल ट्रेसिंग और साथ ही प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन कवरेज शामिल है.