मध्य, दक्षिण और दक्षिण पूर्व दिल्ली (Delhi) से मई और 16 जून के बीच एकत्रित कुछ नमूनों में ओमीक्रोन (Omicron) का बीए.5 उप-वैरिएंट पाया गया है. आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी. भारतीय सार्स-सीओवी-2 जीनोमिक्स संघ (इन्साकोग) द्वारा 17 जून को एक बैठक में इन निष्कर्षों पर चर्चा हुई थी. संघ ने कोरोनावायरस (Coronavirus) के किसी नये वैरिएंट या उप-वैरिएंट के उभरने की संभावना को तलाशने और संक्रमण के कारणों का पता लगाने के लिए कोविड-19 संबंधी आंकड़ों की समीक्षा की थी.
मध्य और दक्षिण पूर्व दिल्ली से लिये गये जिन नमूनों का जीनोम अनुक्रमण किया गया, उनमें से करीब पांच प्रतिशत में बीए.5 उप-वैरिएंट होने की पुष्टि हुई. वहीं दक्षिण दिल्ली से लिये गये करीब दो प्रतिशत नमूनों में इसकी मौजूदगी मिली. अधिकतर नमूनों में ओमीक्रोन के बीए.2 उप-वैरिएंट के होने का पता चला.
विशेषज्ञों के अनुसार बीए.5 तेजी से फैलता है लेकिन इससे गंभीर संक्रमण नहीं होता. सूत्रों ने बताया कि दिल्ली से राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) में जीनोम अनुक्रमण (सीक्वेंसिंग) के लिए भेजे गये कुछ नमूनों में ओमीक्रोन के बीए.4 और बीए.5 उप-वैरिएंट ों के होने की पुष्टि हुई जिनसे जनवरी में संक्रमण के मामलों की संख्या में इजाफा देखा गया था.
विशेषज्ञों ने यह भी बताया कि यकृत एवं पित्तविज्ञान संस्थान (आईएलबीएस) में 30 नमूनों का जीनोम अनुक्रमण किया गया जिनमें से दो में बीए.5 उप-वैरिएंट के होने की पुष्टि हुई. नमूनों को एक जून से 16 जून के बीच प्रयोगशाला में भेजा गया था.