छत्‍तीसगढ़: कोविड का कहर..रायपुर के अस्‍पताल में शव ही शव, फ्रीजर में नहीं बची जगह..

अस्‍पताल में स्थिति यह है कि इंटेसिव केयर यूनिट (ICU) और ऑक्‍सीजन से सज्जित बेड पिछले सप्‍ताह से भर चुके हैं और कोई बेड यहां खाली नहीं है.    

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छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल भीमराव अंबेडकर का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है. वीडियो अस्पताल के उस हिस्से का है, जहां कोविड-19 के संक्रमित मृतकों के शव रखे जा रहे हैं.. वीडियो के मुताबिक, शव को रखने के लिए फ्रीजर में जगह नहीं है, ऐसे में कुछ तो आसमान के नीचे धूप में स्ट्रचर पर तो कई शव अंदर जमीन पर हैं.एक हिस्से में तो ऐसा भी नजर आ रहा है मानो किसी तरह का सामान किसी ने स्टाक किया हो. कहा जा रहा है कि शव को परिजनों को सौंपने या फिर अंतिम संस्कार के लिए भेजने की प्रक्रिया में देर हो रही है जिसकी वजह से शवगृह भर गया है.

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अस्‍पताल के अधिकारियों ने स्थिति को लेकर अपनी बेबसी का इजहार करते हुए कहा कि कोविड-19 के कारण जिन मरीजों की मौत हो रही है, उन्‍हें शवगृह में जमा कराया जा रहा है, अंतिम संस्‍कार के पहले ही इनकी संख्‍या बढ़ती जा रही है.अस्‍पताल में स्थिति यह है कि इंटेसिव केयर यूनिट (ICU) और ऑक्‍सीजन से सज्जित बेड पिछले सप्‍ताह से भर चुके हैं और कोई बेड यहां खाली नहीं है.    

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रायपुर की चीफ मेडिकल एंड हेल्‍थ ऑफिसर मीरा बघेल कहती हैं, 'कोई भी यह अंदाज नहीं लगा सकता कि एक साथ इतनी संख्‍या में मौतें होंगी. हमारे पास सामान्‍य स्थिति के लिहाज से पर्याप्‍त संख्‍या में फ्रीजर हैं लेकिन हम यदि 10 से 20 के लिए तैयारी कर रहे हैं तो 50 से 60 लोगों की मौत हो रही है. एक साथ इतने अधिक लोगों की मौत की स्थिति में आखिर हम इतने फ्रीजर की व्‍यवस्‍था कैसे कर सकते हैं?' आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, रायपुर शहर में औसतन रोजाना 55 शवों का अंतिम संस्‍कार किया जा रहा है और इसमें से ज्‍यादातर कोरोना मरीज हैं. (साथ में रायपुर से सोमेश पटेल)

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