देश में कोविड-19 (Covid-19) के जेएन.1 उपस्वरूप के मामलों की संख्या 1000 के पार चली गई है तथा अब उत्तर प्रदेश भी उन 16 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में शामिल हो गया जहां इस उपस्वरूप के मामले सामने आये हैं.‘इंडियन सार्स-कोव-2 जिनोमिक्स कंसोर्टियम' (Indian SARS-CoV-2 Genomics Consortium) ने यह जानकारी दी. इंसाकोग द्वारा तैयार किये गये आंकड़ों के अनुसार कर्नाटक में इस उपस्वरूप के सबसे अधिक 214 मामले सामने आये हैं जबकि महाराष्ट्र में 170 , केरल में 154, आंध्रप्रदेश में 189,गुजरात में 76 और गोवा में 66 ऐसे रोगियों का पता चला है.
तेलंगाना और राजस्थान में जेएन.1 उपस्वरूप के 32-32 मामले सामने आये हैं. छत्तीसगढ़ में जेएन.1 उपस्वरूप के 25, तमिलनाडु में 22, दिल्ली में 16, उत्तर प्रदेश में छह, हरियाणा में पांच, ओडिशा में तीन, पश्चिम बंगाल में दो और उत्तराखंड में एक व्यक्ति कोविड के इस उपस्वरूप की चपेट में आया है.
देश के 16 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में अब तक जेएन. उपस्वरूप के कुल 1013 मामलों का पता चला है.
केंद्र ने राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों से कोविड मामलों में वृद्धि और जेएन.1 उपस्वरूप के मामलों का पता चलने के मद्देनजर निरंतर निगरानी बनाये रखने को कहा है.
कोविड-19 मामलों की निगरानी के निर्देशराज्यों से अपील की गई है कि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने उन्हें कोविड-19 की संशोधित निगरानी रणनीति के तहत जो विस्तृत दिशानिर्देश भेजे हैं, उनका वे प्रभावी तरीके से अनुपालन सुनिश्चित करें.
राज्यों को सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर इंफ्लुएंजा रूग्णता और गंभीर सांस संबंधी परेशानियों के मामलों की नियमित रूप से निगरानी करने और जिलावार उनकी रिपोर्ट करने को भी कहा गया है ताकि मामलों के उभरते रुख का जल्दी पता लगाया जा सके.
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