उत्तराखंड के हेमकुंड साहिब के पास फलों के स्वाद वाले पानी को पीने की लालसा में कथित रूप से करोड़ों रुपये की डकैती करने वाले एक जोड़े को पकड़ लिया गया है. पंजाब पुलिस के अनुसार, मनदीप कौर और उनके पति जसविंदर सिंह लुधियाना में एक कैश मैनेजमेंट फर्म के कार्यालय में होने वाली बड़ी डकैती के सरगना हैं. हथियारों से लैस लुटेरों ने 10 जून को सीएमएस सर्विसेस के कार्यालय में गार्डों को दबोचकर और 8 करोड़ रुपये नकद चुरा लिए थे.
लुधियाना पुलिस आयोग के मनदीप सिंह सिद्धू ने कहा कि डकैती के बाद, मनदीप कौर और जसविंदर सिंह अपने मिशन की सफलता के लिए भगवान का शुक्रिया अदा करने के लिए सिख तीर्थ हेमकुंड साहिब की तीर्थ यात्रा पर गए थे. पुलिस को सूचना मिली थी कि दंपति ने नेपाल भागने की योजना बनाई थी, लेकिन एक लुकआउट नोटिस ने उनकी योजना पर पानी फेर दिया. फिर उन्होंने अपने अगले कदम की योजना बनाने से पहले हेमकुंड साहिब, केदारनाथ और हरिद्वार जाने का फैसला किया.
पुलिस के मुताबिक मनदीप कौर और जसविंदर सिंह के हेमकुंड साहिब में होने की जानकारी होने के बावजूद श्रद्धालुओं की भीड़ में उन्हें पहचानने की चुनौती थी. इस जगह पर एक निःशुल्क पेय कियोस्क लगाया गया और फलों के स्वाद वाले पेय के पैकेट भक्तों को सौंपे गए. उनके लिए बिछाए गए इस जाल से अंजान दंपति कियोस्क पर आए और पेय पदार्थ का पैक लिया. इस दौरान उन्होंने अपना चेहरे को उघाड़ा और पेय पदार्थ को पिया. तभी पुलिस ने उनकी पहचान कर ली, लेकिन तब कोई कार्रवाई नहीं की. उन्होंने दंपति की प्रार्थना पूरी होने का इंतजार किया.
पूजा के बाद जब वे मंदिर से बाहर निकले तो पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने के लिए आगे बढ़ी. कुछ दूर पीछा करने के बाद दोनों को पकड़ लिया गया. पुलिस आयुक्त सिद्धू ने कहा कि दंपति के पास से 21 लाख रुपये बरामद किए गए हैं. 8 करोड़ रुपये की लूट में से अब तक पुलिस ने लगभग 6 करोड़ रुपये की राशि बरामद कर ली है. पुलिस ने कहा कि उसने मामले में नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
पंजाब पुलिस प्रमुख गौरव यादव ने कहा कि लुधियाना डकैती के सरगना को 100 घंटे से भी कम समय में गिरफ्तार कर लिया गया. उन्होंने कहा, "पुलिस टीमों ने करोड़ों की डकैती को सुलझाने के लिए एक पेशेवर और वैज्ञानिक दृष्टिकोण का इस्तेमाल किया."
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