विनिर्माण क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन के साथ देश की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में 7.6 प्रतिशत रही. एक साल पहले इसी तिमाही में यह 6.2 प्रतिशत थी. गुरुवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है. इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, दूसरी तिमाही के लिए सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि का आंकड़ा वैश्विक स्तर पर ऐसे कठिन समय के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था के लचीलेपन और ताकत को दर्शाता है.
भारत दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तीव्र आर्थिक वृद्धि दर हासिल करने वाला देश बना हुआ है. चीन की जीडीपी वृद्धि दर इस जुलाई-सितंबर तिमाही में 4.9 प्रतिशत रही.
जीडीपी से आशय देश में निश्चित अवधि में उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं के कुल मूल्य से है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा- ''दूसरी तिमाही के लिए सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धि का आंकड़ा वैश्विक स्तर पर ऐसे कठिन समय के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था के लचीलेपन और ताकत को दर्शाता है. हम अधिक अवसर पैदा करने, गरीबी का तेजी से उन्मूलन करने और अपने लोगों के लिए 'जीवनयापन में आसानी' में सुधार लाने के लिए तेज गति से विकास सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.''
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के आंकड़ों के अनुसार कृषि क्षेत्र में सकल मूल्य वर्धन (GVA) वृद्धि दर 1.2 प्रतिशत रही जो 2022-23 की जुलाई-सितंबर तिमाही में 2.5 प्रतिशत थी. विनिर्माण क्षेत्र में जीवीए वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 13.9 प्रतिशत रही जो एक साल पहले इसी तिमाही में इसमें 3.8 प्रतिशत की गिरावट आई थी.
आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-सितंबर के दौरान जीडीपी वृद्धि दर 7.7 प्रतिशत रही जो एक साल पहले इसी छमाही में 9.5 प्रतिशत थी.