दिल्ली में गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान सेना के शौर्य के साथ राज्यों और केन्द्र की 23 झाकियां देखने को मिलेंगी. कर्तव्य पथ पर देश की संस्कृति का अदभुत नजारा देखने को मिलेगा. कर्तव्य पथ पर बाबा अमरनाथ की पवित्र गुफा दिखेगी और साथ में ट्यूलिप के फूल की खूबसूरती भी नजर आएगी. बंगाल की झांकी में मां दुर्गा भी नजर आएंगी. केरल इस बार नारी शक्ति की झांकी के साथ आया है. वहीं केंद्रीय पुलिस बलों की झांकी में भी महिलाओं की ताकत दिखेगी. कह सकते हैं कि इस बार गणतंत्र दिवस की झाकियों में महिलाओं का बोलबाला रहेगा.
देवभूमि उत्तराखंड 26 जनवरी की परेड में अपनी प्राकृतिक छटा को बिखेरता दिखेगा. उगते हुए सूरज का प्रदेश अरुणाचल भी कहां पीछे रहने वाला है, वह भी अपनी खूबसूरती को समेटकर लाया है. समंदर किनारे बसा केन्द्र शासित प्रदेश दादर, नागर हवेली और दमन व दीव अपने जनजातीय संस्कृति को लेकर आए हैं. हर बार की तरह गुजरात भी अपनी झांकी लेकर आया है. इस बार भी गुजरात की थीम क्लीन और ग्रीन एनर्जी है. उत्तर प्रदेश अपनी झांकी में अयोध्या में तीन दिनों तक चलने वाला दीपोत्सव लेकर आया है.
गणतंत्र दिवस के मौके पर कर्तव्य पथ पर झांकियां ही नहीं दिखेंगी बल्कि अलग-अलग राज्यों के नृत्य और संगीत भी अपनी छटा बिखेरेंगे.
कुल मिलाकर इस बार 26 जनवरी को 17 राज्यों व केन्द्र शासित प्रदेशों और 6 केन्द्रीय मंत्रालयों की झांकी के ज़रिए हर किसी को देश की अलग-अलग संस्कृति के साथ साथ विकास की झलक भी देखने को मिलेगी.