कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को कहा कि देश को भाईचारा सीखने और नफरत मिटाने की सख्त जरूरत है, जैसा कि 12वीं सदी के समाज सुधारक बसवेश्वर ने शिक्षा दी थी. राहुल ने बृहस्पतिवार को तुमकुरू में सिद्धगंगा मठ के शिवकुमार स्वामीजी को श्रद्धांजलि देने के बाद अपने संबोधन में कहा, 'आपने वही शिक्षा दी, जैसा कि बसवेश्वर ने कहा था कि हम सभी एक हैं, हमें एक साथ रहना है, नफरत मिटाना है और जाति तथा धर्म से ऊपर उठना है.'
एक अप्रैल को संत शिवकुमार स्वामीजी की 115वीं जयंती है. बसवेश्वर 12वीं शताब्दी के समाज सुधारक थे, जिन्होंने करुणा, प्रेम, और परोपकार के आधार पर लिंगायत संप्रदाय की स्थापना की थी. वह समाज में समानता लाने के पक्षधर थे.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, 'देश को इस समय भाईचारा की सख्त जरूरत है, जो आप यहां शिक्षा देते हैं. आपका संगठन नफरत को खत्म कर रहा है, जो देश में तेजी से फैल रही है. मैं इसके लिए संत सिद्धलिंग स्वामीजी और उनकी टीम को बधाई देता हूं.'
सिद्धगंगा मठ और शिवकुमार स्वामीजी के साथ अपने जुड़ाव को याद करते हुए कांग्रेस नेता ने इस बात पर प्रसन्नता जताई कि संस्था ने हजारों बच्चों को शिक्षा प्रदान करके उनके भविष्य को बेहतर दिशा दी है.
केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने आश्वासन दिया कि जब कभी भी मठ को जरुरत होगी, वह निश्चित रूप से मदद करेंगे.
लिंगायत, कर्नाटक का एक शक्तिशाली एवं प्रभावशाली समुदाय है जिसकी अच्छी खासी आबादी है. राज्य में विधानसभा चुनाव में सिर्फ एक साल बचा है, ऐसे में राहुल के दौरे को चुनाव प्रचार के लिए पार्टी की आक्रामक शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी शिवकुमार स्वामीजी की जयंती समारोह में भाग लेने के लिए शुक्रवार को मठ का दौरा करेंगे.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)