- भोपाल पुलिस ने जाली नोट छापने के आरोप में विवेक यादव नाम के युवक को गिरफ्तार कर किया है
- विवेक यादव ने झुग्गी बस्ती में अपने घर को नकली नोट छापने की फैक्ट्री में बदल दिया था
- आरोपी प्रिंटिंग प्रेस में काम करता था और वहीं से जाली नोट छापने का आइडिया लेकर घर पर सिस्टम स्थापित किया था
मुझे इतना पैसा कमाना है कि मुझे उसकी इज्जत ही नहीं करनी पड़े... ये डायलॉग है कुछ समय पहले आई फिल्म 'फर्जी' का. इस फिल्म में शाहिद कपूर लीड रोल में थे. उनकी एक्टिंग और इस फिल्म के कॉन्सेप्ट ने सभी का दिल जीत लिया था.फिल्म की स्क्रिप्ट एक ऐसे लड़के एक इर्द-गिर्द घूमती थी जो अपने दुनिया की हर चीज खरीद लेना चाहता था. और अपने इस शौक को पूरा करने के लिए उसने जाली नोट तक छापने से भी परहेज नहीं किया. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर एकाएक मैं आपसे फर्जी मूवी की बात कर ही क्यों रहा हूं. दरअसल, शाहिद कपूर के फिल्म की चर्चा हम इसलिए कर रहे हैं क्योंकि इस फिल्म के किरदारों से मिलता जुलता ही एक मामला भोपाल में सामने आया है. यहां की पुलिस ने जाली नोट छापने के आरोप में एक शख्स को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपी युवक के घर से 2.25 लाख रुपये की कीमत के जाली नोट को जब्त भी किया है. यह युवक जिस तरह से इन नोटों को छापता था वो जानकर तो आप और भी हैरान हो जाएंगे.
पुलिस की जांच में पता चला है कि आरोपी जिसकी पहचान विवेक यादव के रूप में की गई है, जाली नोट छापने का अपना ये धंधा झुग्गी बस्ती में रहकर चला रहा था. पुलिस को आरोपी के पास से 500-500 के 23 नोट भी बरामद हुआ है.
प्रिंटिंग प्रेस में काम करता था युवक
पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि गिरफ्तार शख्स एक प्रिंटिंग प्रेस में काम करता था. इसी दौरान उसे जाली नोट छापने का आइडिया आया. दुनिया की नजरों से बचते हुए इस धंधे को चलाने के लिए उसने अपने घर को ही नकली नोटों की फैक्ट्री में तबदील कर दिया. पुलिस की जांच में पता चला है कि आरोपी युवक ने अपने घर पर नकली नोट छापने का पूरा सिस्टम लगाया हुआ था.
पुलिस को मिली थी टिप
14 नवंबर को पुलिस को सूचना मिली कि पब्लिक स्कूल के पास घूम रहा एक शख्स 500 रुपये के नकली नोट चलाने की कोशिश कर रहा है. क्राइम ब्रांच और पिपलानी पुलिस की संयुक्त टीम ने संदिग्ध पर नज़र रखी और उसे रंगे हाथों पकड़ लिया. उसकी जेब से नकली नोट बरामद हुए. लेकिन असली झटका तब लगा जब अधिकारियों ने उसके घर पर छापा मारा. विवेक के कमरे के अंदर, पुलिस को हाई-एंड रंगीन लेजर प्रिंटर, सटीक स्कैनर, आयातित चमकदार कागज और विशेष स्याही, कटिंग ब्लेड, मुद्रा संपादन के लिए डिज़ाइन सॉफ़्टवेयर, प्रिंटिंग लेआउट से भरा लैपटॉप और नकली नोटों के अर्ध-तैयार ढेर मिले.













