पारिवारिक दिक्कतों की वजह से सेना में शामिल नहीं हो पायाः रक्षामंत्री राजनाथ सिंह

असम राइफल्स और भारतीय सेना की 57वीं माउंटेन डिवीजन के जवानों को संबोधित करते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वो सेना में भर्ती होना चाहते थे लेकिन पारिवारिक दिक्कतों की वजह से वो सेना में शामिल नहीं हो सके.

विज्ञापन
Read Time: 11 mins
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वो भी सेना में शामिल होना चाहते थे.(फाईल फोटो)
इंफाल:

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि वह सेना में शामिल होना चाहते थे, लेकिन अपनी पारिवारिक दिक्कतों के कारण वह ऐसा नहीं कर पाए. सिंह ने असम राइफल्स और भारतीय सेना की 57वीं माउंटेन डिवीजन के जवानों को यहां संबोधित करते हुए बताया कि उन्होंने सैन्य बलों में शामिल होने के लिए परीक्षा भी दी थी. उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने बचपन की एक कहानी बताना चाहता हूं. मैं भी सेना में शामिल होना चाहता था और मैंने एक बार ‘शार्ट सर्विस कमीशन' की परीक्षा भी दी थी. मैंने लिखित परीक्षा दी थी, लेकिन मेरे पिता का निधन हो जाने और कुछ अन्य पारिवारिक समस्याओं के कारण मैं सेना में शामिल नहीं हो पाया.''

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘‘यदि आप किसी बच्चे को सेना की वर्दी देते हैं, तो आप देखेंगे कि उसका व्यक्तित्व ही बदल जाता है. इस वर्दी में कुछ बात है.''

मंत्रीपुखरी में असम राइफल्स (दक्षिण) के महानिरीक्षक के मुख्यालय के दौरे के समय सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे भी सिंह के साथ थे. सिंह ने मुख्यालय में सैन्य बलों से मुलाकात की. सिंह ने भारत-चीन गतिरोध के दौरान सुरक्षा बलों द्वारा दिखाए गए शौर्य को भी याद किया.

उन्होंने कहा, ‘‘जब भारत-चीन गतिरोध जारी था, तब आपके पास शायद विस्तार से जानकारी नहीं होगी, लेकिन मैं और उस समय के सेना प्रमुख हमारे जवानों के साहस एवं बहादुरी से अवगत थे, हमारा देश आपका सदैव ऋणी रहेगा.''

सिंह ने कहा, ‘‘मैं जहां कहीं भी जाता हूं, मैं सुनिश्चित करता हूं कि मैं सैन्यकर्मियों से मुलाकात करूं. जब मेरे मणिपुर दौरे की योजना बनी थी, तब मैंने (सेना प्रमुख) पांडे जी से कहा था कि मैं असम राइफल्स और 57वीं माउंटेन डिवीजन के कर्मियों से मिलना चाहता हूं.''

उन्होंने कहा कि सैन्य कर्मियों से मिलकर उन्हें गौरव की अनुभूति होती है. सिंह ने कहा, ‘‘चिकित्सक, इंजीनियर और चार्टर्ड अकाउंटेंड किसी न किसी तरीके से देश के लिए योगदान दे रहे हैं, लेकिन मेरा मानना है कि आपका पेशा एक पेशे से बढ़कर सेवा है.''

Advertisement

उन्होंने कहा कि असम राइफल्स कई लोगों को मुख्यधारा में लाने में अहम भूमिका निभाता है और इसे पूर्वोत्तर का प्रहरी कहना उचित है. सिंह मणिपुर के दो दिवसीय दौरे पर आए हैं।

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Imran Khan Death Rumor: इमरान की 'हत्या' पर चल गईं गोलियां ! | Syed Suhail | Pak Protest