Cornavirus: कोरोना महामारी के खिलाफ युद्ध में भारत भले ही अगले पड़ाव पर पहुंच गया हो लेकिन इसका खतरा अभी भी बरकरार है. वैक्सीनेशन अभियान के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कुछ इलाकों के लिए चेतावनी जारी करते हुए सावधानी बरतने का आग्रह किया है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने उदाहरण जारी करते हुए बताया कि हरियाणा के गुड़गांव और फऱीदाबाद में कोविड-19 के मामले पहले ज्यादा थे लेकिन अब करनाल और पंचकुला में ज्यादा मामले आ रहे हैं. इसी तरह महाराष्ट्र के मुंबई में धारावी इलाके से पहले ज्यादा मामले सामने आ रहे थे, अब वहां स्थिति नियंत्रण में हो गई है लेकिन अब अमरावती में ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. खास बात ये है कि अमरावती के उन 7 वार्ड से रिपोर्ट हो रहे हैं जहां पहले न के बराबर मामले थे.
पंजाब के कपूरथला से अब ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं, पहले यहां से कम मामले रिपोर्ट हो रहे थे. चंडीगढ़ में भी पहले से ज्यादा मामले रिपोर्ट हो रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार जहां ज्यादा संक्रमण पहले ही हो चुका है वहां मामले कम हैं, पर जहां पहले मामले नहीं आए थे. ट्रेंड बता रहा है कि उन इलाकों के लोगों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है. विशेषज्ञों का मानना है कि नवंबर, दिसंबर और जनवरी के महीनो में मामलों में कमी आती रही. इस दौरान कोविड-19 का टीका भी आ गया जिसके कारण अब लोग पहले से ज्यादा बेपरवाह हैं.
स्वास्थ्य परिवार औऱ कल्याण मंत्रालय ने परिस्थितियों को देखते हुए लोगों के लिए कुछ सुझाव भी जारी किए हैं. मंत्रालय के अनुसार जिन जिलों में मामले बढ़ रहे हैं वहां टीकाकरण अभियान को तेज करने के साथ साथ टेस्टिंग में भी प्राथमिकता दी जानी चाहिए. टारगेटेड टेस्टिंग पर ज़ोर खासकर वहां जहां से मामले ज्यादा आ रहे हैं. मंत्रालय के अनुसार पूरे शहर को नहीं, बल्कि उन मोहल्ले और पॉकेट्स में टेस्टिंग ज्यादा करनी होगी जहां से मामले ज्यादा रिपोर्ट हो रहे हैं. मामला जहां से ज्यादा रिपोर्ट हो रहे हैं वहां टीकाकरण तेज़ी से बढ़े. और कॉन्टैक्ट्स तलाशने से ज्यादा संक्रमित (इंफेक्टेड) लोगों को तलाशने पर ध्यान दिए जाने की जरूरत है.