Delhi Coronavirus: दिल्ली में तेजी से बढ़ते कोरोना मामलों के चलते दिल्ली सरकार ने 15 दिनों में चौथी बार अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ा दी है. दिल्ली सरकार ने अपने 11 अस्पतालों में कोरोना के लिए रिजर्व बेड की संख्या 4503 से बढ़ाकर 5221 की है, यानी 718 बेडों की बढ़ोतरी कर दी है. इन 11 अस्पतालों में आईसीयू और वेंटिलेटर की संख्या भी बढ़ाई गई है. इसके अलावा कोरोना बेड की किल्लत को दूर करने के लिए दिल्ली सरकार ने प्राइवेट अस्पतालों के साथ होटलों और बैंक्वेट हाल को भी अटैच कर लिया है.
दिल्ली सरकार के 11 अस्पतालों में पहले 628 वेंटिलेटर थे, अब 656 वेंटिलेटर हो जाएंगे यानी 28 नए वेंटिलेटर जुड़ेंगे. जबकि आईसीयू बेड की संख्या 687 से बढ़ाकर 874 कर दी गई है, यानी 187 आईसीयू बेड की बढ़ोतरी कर दी गई है. जिन अस्पतालों में यह बढ़ोतरी हुई है वह हैं लोकनायक हॉस्पिटल, गुरु तेग बहादुर हॉस्पिटल, राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, बाबा साहब अंबेडकर हॉस्पिटल, बुराड़ी हॉस्पिटल, अंबेडकर नगर हॉस्पिटल, दीन दयाल उपाध्याय हॉस्पिटल, दीपचंद बंधु हॉस्पिटल और सत्यवादी राजा हरिशचंद्र हॉस्पिटल आदि.
कोरोना बेडों की किल्लत को दूर करने के लिए दिल्ली सरकार ने प्राइवेट अस्पतालों के साथ होटलों और बैंक्वेट हाल को अटैच कर लिया है. दिल्ली सरकार के आदेश के मुताबिक इस कदम से 23 प्राइवेट अस्पतालों में कुल 2394 बेड बढ़ जाएंगे. आदेश के मुताबिक अस्पताल इन होटलों और बैंक्वेट हॉल में मरीजों को उनकी कंडीशन के आधार पर एडमिट करेंगे लेकिन अगर तबीयत खराब होती है तो उनको तुरंत मेन हॉस्पिटल में शिफ्ट करना होगा.
मरीज जिस होटल में एडमिट होंगे उस होटल की जिम्मेदारी होगी कि वह होटल में दी जाने वाली सामान्य सेवाएं मरीज को देंगे. इसमें कमरा हाउसकीपिंग, डिसइन्फेक्शन और मरीज के लिए खाना शामिल है. फाइव स्टार होटल के लिए अधिकतम 5000 रुपये रोजाना और 3 या 4 स्टार होटल के लिए अधिकतम 4000 रुपये रोजाना प्रति मरीज होटल को चुकाया जाएगा. बैंक्वेट हॉल के लिए रेट डिवीजनल कमिश्नर तय करेंगे.
हॉस्पिटल को मरीज को सेवा देने के लिए अधिकतम 5000 रुपये प्रतिदिन प्रति मरीज तय किए गए हैं. इस राशि में डॉक्टर की सेवाएं, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, नर्सिंग स्टाफ और कंज्यूमेबल शामिल हैं. इसके अलावा अगर हॉस्पिटल कोई टेस्ट करता है तो वह अपने रेट के हिसाब से मरीज से वसूल सकता है. ऑक्सीजन सपोर्ट देने के लिए हॉस्पिटल 2000 रुपये प्रतिदिन वसूल सकता है.
इस दौरान हॉस्पिटल अगर अपने यहां कोई सेवा देता है तो वह अपने रेट पर ही देगा. सारा पैसा हॉस्पिटल ही कलेक्ट करेगा और होटल के हिस्से का पैसा उसको देगा. अगर हॉस्पिटल अपने डॉक्टर या अन्य स्टाफ को होटल में रुकवाता है तो उसे यह अपने खर्चे पर करना होगा.
प्राइवेट अस्पतालों के साथ अटैच किए गए होटल और बैंक्वेट हॉल कुछ इस तरह हैं-
1. गंगा राम हॉस्पिटल- होटल जीवितेश, गोल्डन मोमेंट्स बैंक्विट हॉल, होटल सिटी इंटरनेशनल और होटल मेट्रो हाइट्स
2. बीएल कपूर हॉस्पिटल- होटल पित्रशिष, राज वाटिका बैंक्विट हॉल, होटल जेपी सिद्धार्थ
3. धरमशिला हॉस्पिटल- फ्रेजर सुइट्स
4. मेट्रो हॉस्पिटल प्रीत विहार-क्रिस्टल बैंक्विट लक्ष्मी नगर
5. मैक्स हॉस्पिटल शालीमार बाग- कैस्पिया होटल
6. जयपुर गोल्डन हॉस्पिटल- होटल LA
7. सरोज सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल- सेवन सीज होटल एंड बैंक्विट हॉल
8. फॉर्टिस हॉस्पिटल, शालीमार बाग - क्राउन प्लाजा होटल
9. पुष्पावती सिंघानिया हॉस्पिटल- होटल कंट्री इन
10. मैक्स हॉस्पिटल साकेत- Svelte होटल
11. होली फैमिली हॉस्पिटल ओखला- सूर्य होटल न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी
12. अपोलो हॉस्पिटल- क्राउन प्लाजा होटल ओखला फेस -1
13. मूलचंद हॉस्पिटल- होटल पार्क इन